अयोध्या: उफनाई सरयू ने ढाना शुरू किया सैलाब का सितम, 25 से अधिक गांव बाढ़ के पानी से घिर रहे

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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अयोध्या, अमृत विचार। आखिरकार सरयू नदी ने अयोध्या की तीन तहसीलों के 25 से अधिक गांवों में सैलाब का सितम ढाना शुरू कर दिया है। बीते चौबीस घंटे के दौरान विभिन्न बैराजों से लगातार चार से साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से सरयू नदी वर्तमान में पूरे उफान पर है। खतरे के निशान 92.730 से ऊपर पहुंच रही सरयू  शुक्रवार को 93.030 मीटर तक पहुंच गई है। दोपहर तक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से तीस सेंटीमीटर ऊपर था।

केन्द्रीय जल आयोग द्वारा शुक्रवार सुबह आठ बजे सरयू नदी का जलस्तर 93.020 दर्ज किया गया। वहीं दोपहर बारह बजे मात्र चार घंटे में जलस्तर बढ़ कर 93.030 पहुंच गया। जबकि देर शाम तक जलस्तर में बढ़ोत्तरी की संभावना बनी हुई है। जुलाई में बाढ़ से निपटने की कार्य योजना बना कर हाथ पर हाथ धरे बैठा जिला प्रशासन भी सरयू के अचानक उफनाने से सकते में आ गया है। 

बता दें कि 2022 में सरयू नदी का अधिकतम जलस्तर 93.980 मीटर रेकार्ड किया गया था। जबकि वर्ष 2008 में रेकॉर्ड डिस्चार्ज करीब 24 लाख 461.98 क्यूसेक दर्ज किया गया था। वहीं 2009 में रेकॉर्ड जलस्तर 94.010 था। जबकि इस बार अभी तक सरयू का जलस्तर 93.030 से ऊपर निकल गया है। 

अनुमान लगाया जा रहा है यदि बैराजों से इसी तरह पानी छोड़ा जाता रहा तो आगामी एक सप्ताह में जलस्तर वर्ष 2022 से ऊपर पहुंच जायेगा। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार फिलहाल जलस्तर के कम होने के आसार नहीं हैं। इसी के कारण अब बाढ़ का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। यदि यही रफ्तार रही तो सोहावल, पूराबाजार और रुदौली के अन्य निचले इलाकों में भी बाढ़ दाखिल हो सकती है। 

कागजों पर तैयारी पूरी, जमीन पर अधूरी 
जिला प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए कार्य योजना पहले ही बना ली थी लेकिन अभी तक तैयारी जमीन पर नहीं उतरी है। बाढ़ राहत केंद्र और बाढ़ चौकियों को अभी तक सक्रिय नहीं किया गया है। तहसील संवाददाताओं के अनुसार बाढ़ राहत केंद्र तय किए जा रहे हैं चालू नहीं हुए हैं।

पशुपालन, चिकित्सा, जल निगम, बेसिक शिक्षा, बिजली और जिला आपूर्ति आदि विभागों के द्वारा भी कोई कवायद नहीं शुरू की गई है। रूदौली, सोहावल और सदर को मिला कर कुल बाढ़ केंद्रों को शुरू होना था लेकिन सन्नाटा है। हालांकि आपदा प्रबंधन की ओर से दावा किया गया है अभी बाढ़ की स्थिति भयावह नहीं है। सभी एसडीएम और तहसीलदारों को लगा दिया गया है और नावों की पर्याप्त व्यवस्था कराई गई है।

बाढ़ से निपटने के लिए सभी तरह के इंतजाम कर लिए गए हैं। कंट्रोल रूम 24 घंटे संचालित है। बाढ़ चौकियों पर तैनाती कर दी गई है। प्रशासन हर तरह के सजग और सतर्क है ...महेंद्र कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व
अयोध्या।

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