Global Tiger Day: कल रामनगर में जुटेंगे देश के सभी टाइगर रिजर्व के अधिकारी
इस बार कार्बेट में मनाया जा रहा है ग्लोबल टाइगर डे

रामनगर, अमृत विचार। शनिवार को कार्बेट टाइगर रिजर्व में ग्लोबल टाइगर डे मनाया जा रहा है। जिसकी तैयारियों को कार्बेट प्रशासन ने अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। कार्बेट पार्क से सटे रिसोर्ट सीआरवीआर में होने वाले इस कार्यक्रम में देश के सभी टाइगर रिज़र्व के अधिकारी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। जो बाघों के संरक्षण एवं संवर्धन और इसके प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में भी विचारों का आदान प्रदान करेंगे।
बता दे कि 2010 में रूस के शहर पीटर्सबर्ग में आयोजित इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में हर साल 29 जुलाई को विश्व बाघ दिवस मनाने का फैसला लिया गया गया था। जिसमें बाघों वाले 13 से ज्यादा देश शामिल थे। भारत में इस बार 29 जुलाई को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में इस बार ग्लोबल टाइगर डे बनाया जाएगा। कल होने वाले इस कार्यक्रम में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में देश के टाइगर रिज़र्वों से अधिकारी और बाघों के संरक्षण में जुटे लोग शामिल होंगे।
ये लोग बाघों के संरक्षण व संवर्धन पर बात करने के साथ ही मानव वन्यजीव घटनाओं और बाघों के वास स्थलों को सुरक्षित रखने की दिशा में भी मंथन करेंगे। बता दे कि देश में बाघों के संरक्षण के लिए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से पहली बार एक अप्रैल साल 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर लॉन्च किया गया था। इस लिहाज से ग्लोबल टाइगर डे का आयोजन देश के पहले टाइगर रिजर्व में मनाया जाना अपने आप में अहम है।
वर्तमान में कार्बेट टाइगर रिजर्व में 250 से अधिक बाघ है। जिन्हें रॉयल बंगाल टाइगर के नाम से जाना जाता है। इसी दिन देश के अलग अलग राज्यो में बाघो की संख्या की घोषणा भी की जाएगी कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के निदेशक डॉ धीरज पांडे ने बताया कि ग्लोबल टाइगर डे की सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में देश के सभी टाइगर रिज़र्व के निदेशक, चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन, एनटीसीए के अधिकारी तो मौजूद रहेंगे ही साथ ही बाघों के संरक्षण में लगी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संस्थाओ के आने की भी उम्मीद है।
निदेशक डॉ. धीरज पांडे ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान देश के नौ टाइगर रिजर्व जिन्होंने बेहतर कार्य किये है उनके स्टाल भी लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री अश्वनी कुमार चौबे का भी कार्यक्रम उन तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि जिस क्षेत्र में प्रोजेक्ट टाइगर देश मे पहली बार लॉन्च हुआ आज उसी क्षेत्र को ग्लोबल टाइगर डे का आयोजन किया जा रहा है।