मॉनसून आते ही देश में हाहाकार, भूस्खलन...बाढ़ और बादल फटने से तबाही का मंजर

मॉनसून के आते ही कई इलाकों में हाहाकार मच गया है। देश के तमाम इलाकों से चौंकाने वाली तस्वीरे सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश के मंडी और कुल्लू में बादल फटने से भारी तबाही हुई है।
तो वहीं उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं के कारण केदारनाथ और बदरीनाथ यात्रा पर ब्रेक लगा है। मॉनसून के प्रकोप से उत्तर भारत भी नहीं बचा पाया भारी बारिश से दिल्ली-एनसीआर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड समेत कई राज्यों प्रभावित हुए है।
देश भर में तमाम राज्य हुए प्रभावित
हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में चंडीगढ़-मनाली हाईवे के पास भूस्खलन के चलते लंबा ट्रैफिक जाम है। वहीं मंडी के हनोगी मंदिर के पास अचानक आई बाढ़ के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-3 बंद हो गया। कुल्लू में भी कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। एक न्यूज रिपोर्ट के अनुसार बादल फटने के बाद भारी मलबा जगह-जगह फैल गया है। स्कूलों में भी पानी भर गया है। फ्लैश की वजह से कई सड़के बंद हो गईं हैं। जेसीबी मशीन की मदद से सभी क्षतिग्रस्त वाहनों को पानी से बाहर निकाला गया। प्रशासन ने लोगों से बरसात में सावधान रहने की अपील की है।
उत्तराखंड
उत्तराखंड में भी मॉनसून का प्रकोप देखने को मिला है, यह से भी भूस्खलन और फ्लैश फ्लड की तस्वीरें सामने आई है, रुद्रप्रयाग में भारी बारिश की वजह से सोनप्रयाग में केदारनाथ यात्रा रोक दी गई है। बदरीनाथ धाम से चार किलोमीटर दूर ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर पानी के तेज बहाव के साथ बड़े-बड़े पत्थर आने से रास्ता बंद हो गया है, जिससे बदरीनाथ यात्रा भी रोक दी गई है। वहीं मैसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों में आज भी भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। देहरादून, नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर, देहरादून और टिहरी और पौड़ी जिले में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
राजस्थान
राजस्थान के कई इलाकों में जलभराव देखने को मिला है आईएमडी के अनुसार, श्री गंगानगर इलाके में आज आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और बारिश भरी आंधी चलने की संभावना जताई जा रही है।
मुंबई
मॉनसून शुरू होने के साथ ही मुंबई में हादसों का सिलसिला शुरू हो गया। मुंबई में एक तीन मंजिला इमारत की बालकनी भरभराकर सड़क पर आ गिरी। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने मुंबई में अलर्ट जारी किया है।
असम
असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है और करीब पांच लाख लोग इसकी चपेट में हैं। ब्रह्मपुत्र समेत राज्य की प्रमुख नदियां अलग-अलग स्थानों पर खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं।
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