अयोध्या: उमड़े बदरा, गिरी बिजली, तीन घंटे हुई झमाझम बरसात, दोपहर में छाया अंधेरा
लोगों को उमस भरी गर्मी से मिली राहत, कीचड़ से सना रामपथ, 44 एमएम हुई बारिश, आज भी संकेत

अयोध्या,अमृत विचार। जनपद में शनिवार को दोपहर बाद हुई झमाझम बरसात ने राहत देने का काम किया है। उमस भरी गर्मी से परेशान लोग बारिश का लुत्फ उठाते नजर आए। तेज हवा के झोकों से कई जगहों पर पेड़ गिरने का समाचार मिला है। वहीं बीकापुर में बिजली गिरने से एक मवेशी की मौत हो गई। सबसे बुरी स्थिति रामपथ पर रही। खोदाई के कारण जगह-जगह पड़ी मिट्टी कीचड़ में तब्दील हो गई। फिसलन बढ़ने के कारण वाहन चालकों ने अपना रुख बदल लिया। मौसम विभाग के अनुसार 44 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। रविवार को भी बारिश की संभावना है।
शनिवार सुबह से ही आसमान में बादल उमड़ने लगे थे। दोपहर में एकाएक तीन बजे के करीब अंधेरा छा गया। पहले ठंडी-ठंडी हवाएं चलीं। उसके बाद झूमकर आये प्री मानसून ने तर बतर कर दिया। सड़कों पर वाहन चालकों को हेड लाइट जलाकर चलना पड़ा। तकरीबन तीन घंटे की बारिश के दौरान जगह-जगह जलभराव भी हो गया।
ग्रामीण इलाके ही नहीं बल्कि नगर क्षेत्र में भी कई जगह लाइट कट गई, जो कि देर शाम आठ बजे के करीब बहाल हुई। आचार्य नरेंद्र देव कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिक डॉ. सीताराम मिश्र के अनुसार बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेलसियस दर्ज किया गया। अगले 24 घंटे में गरज चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
आम के पेड़ के नीचे बंधी गाय झुलसी, मौत
शनिवार को दोपहर बाद गरज चमक के साथ हुए बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से एक मवेशी की मौत हो जाने का मामला प्रकाश में आया है। तहसील क्षेत्र के हृदयीपुर गांव के रहने वाले केतार नाथ उर्फ रिब्बल की गाय गांव के बाहर बाग में आम के पेड़ के नीचे बांधी गई थी। क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रतिनिधि राजेंद्र तिवारी के मुताबिक बरसात के दौरान तेज गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की वजह से गाय बुरी तरह से झुलस गई। जिससे गाय की मौके पर ही मौत हो गई। तहसीलदार आरके वर्मा ने बताया कि क्षेत्रीय लेखपाल भीम सिंह को मौके पर भेजा गया है।
धान रोपाई में जुटे किसानों को मिली संजीवनी
धान की रोपाई करने में जुटे अन्नदाताओं को शनिवार हुई बारिश ने राहत पहुंचाई है। समय से मानसून न आने व भीषण गर्मी से परेशान किसान बारिश का इंतजार कर रहे थे। हालांकि शनिवार को दोपहर बाद हुई झमाझम बारिश ने उनके चेहरों पर मुस्कान ला दी। किसानों का कहना है यदि इसी तरह बारिश हुई तो धान की फसल अच्छी होगी।
विकासखंड पूराबाजार के लक्ष्मीदासपुर के किसान राम नारायण पांडे, कृपाशंकर पांडे, दिनेश कुमार पांडे, चंद्रिका प्रसाद राय, सुरेंद्र पांडे, कपिल देव दुबे ने कहा कि लगातार हो रही तपती धूप और भीषण गर्मी से फसलें सूख रही थी। फसल सुरक्षित रखने के लिए ट्यूबवेल व पंप से सिंचाई की जा रही थी। उनका कहना है कि अब किसानों को फसलों की सिंचाई से राहत मिली है। यही नहीं यह बारिश गन्ने के लिए तो बहुत ही फायदेमंद है।
मोहत्सिमपुर के किसान खुशीराम वर्मा, गोपीनाथ बर्मा रमेश वर्मा पिंटू वर्मा राम जन्म वर्मा का कहना है कि बरसात का पानी फसलों के लिए संजीवनी बन गया, खासकर गन्ने की फसल के लिए तो पानी अमृत के समान है। जिला कृषि अधिकारी ओपी मिश्र का कहना है कि जनपद में लगभग एक लाख हेक्टेयर में धान की खेती होती है। धान रोपाई का कार्य तेजी से चल रहा है।उनका कहना है कि बारिश धान की रोपाई के लिए अमृत के सामान है।
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