प्रयागराज : भूमाफियाओं ने बेच दी महेश योगी आश्रम की भूमि
अरैल ग्राम सभा को मिली थी 10 बीघे जमीन, डीएम ने शुरु कराई जांच
प्रयागराज, अमृत विचार। महर्षि महेश योगी के नैनी अरैल क्षेत्र में स्थित आश्रम का विस्तार और भव्य बनाने के लिए ट्रस्ट की तरफ से 10 बीघे जमीन अरैल ग्राम सभा को दी गयी थी, जिसे भूमाफियाओं ने मिलकर बेच दिया है।
बता दे कि महर्षि महेश योगी के ‘स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती चैरिटेबल ट्रस्ट’ द्वारा अरैल ग्राम सभा को लिखी गई 10 बीघे जमीन को अवैध रूप से प्लाटिंग कर बेच दिया गया। इसकी शिकायत स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है। प्रयागराज के जिलाधिकारी संजय खत्री ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुये इसकी जांच शुरु करा दी है।
गौरतलब है कि महेश योगी के आश्रम का निर्माण जब 1990 में शुरू हुआ तो ग्राम सभा की कुछ जमीन नाली, खड़ंजा और सड़क बनाने में चली गई। इसको लेकर ग्राम सभा और ट्रस्ट के पदाधिकारियों के बीच आए दिन विवाद होता था। जिसके बाद स्वाती ब्रह्मानंद चैरीटेबल ट्रस्ट के ट्रस्टी भूदेव शुक्ल पुत्र महादेव प्रसाद शुक्ला ग्राम अरैल द्वारा करछना के तत्कालीन उप जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया गया। जिसमे कहा गया कि अरैल ग्राम सभा की कुछ जमीनें हमारे आश्रम के कब्जे में आ गई हैं। उसके बदले उन्होंने 10 बीघा जमीन ग्राम सभा को देने का प्रस्ताव गया गया। उस दौरान एसडीएम, डीएम के आदेश पर महेश योगी के ट्रस्ट द्वारा दी गईं 10 बीघे जमीन को अरैल ग्राम सभा को दे दी गयी।
वही महर्षि महेश योगी का 5 फरवरी 2008 को निधन हो गया था। अरैल स्थित इसी आश्रम में महेश योगी की समाधि भी बनी। 20 जून 1992 के इस प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद 10 बीघा जमीन अरैल ग्राम सभा के नाम कर दी गई। बाद में ग्राम प्रधान ने 30 दशकों में भूमाफिया के साथ मिलकर ग्राम सभा को दी गई यह जमीन अपने रिश्तेदारों को लिख दी। जिन जमीनों पर एससी-एसटी लोगों को पट्टे में दिया जाना था, उस पर घर बन गए हैं। जब स्थानीय कुछ साधु-संतों को इस बात का पता चला तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की गई। उनसे इस प्रकरण की जांच की मांग की गई। मुख्यमंत्री के आदेश पर प्रयागराज के जिलाधिकारी संजय खत्री ने इस प्रकरण की जांच शुरु करा दी है। जानकारी की जा रही है कि महेश योगी के ट्रस्ट क्षरा अरैल ग्राम सभा को दी गई जमीनों का क्या हुआ और यह जमीन है कहां पर है।
मामले मे जिलाधिकारी संजय खत्री ने बताया कि शिकायत मिली है। इस प्रकरण की जांच एसडीएम करछना को दी गई है। जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
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