हल्द्वानी: मेंटेनेंस में करोड़ों खर्च फिर भी बिजली का संकट

7 माह में बिजली विभाग ने लाइन मेंटेनेंस पर फूंके 7.35 करोड़ रुपये 

हल्द्वानी: मेंटेनेंस में करोड़ों खर्च फिर भी बिजली का संकट

अगल-अलग हिस्सों में रोजाना हो रही 2 से 3 घंटे अघोषित कटौती 

हल्द्वानी, अमृत विचार। बिजली विभाग की ओर से बीते कई माह से अधिक समय से लाइनों की मेंटेनेंस कार्य पर करीब 7.35 करोड़ रुपये फूंक दिए हैं, इसके बाद भी हल्द्वानी में लोगों को निर्बाध बिजली नहीं मिल रही है।

लोग बिजली कटौती से आमजनों को राहत नहीं मिल पा रही है। नियमित तौर पर 2 से 3 घंटे तक लोगों को बिजली कटौती की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में बिजली विभाग की ओर से चल रहे मेंटेनेंस कार्य पर प्रश्न उठ रहा है। 

बिजली विभाग ने गर्मियों में बिजली आपूर्ति बहाल रखने के लिए कई दावे किए थे। इसके लिए विभाग ने अक्टूबर 2022 से फरवरी 2023 तक लाइनों की मेंटेनेंस कार्य की वजह से घंटों बत्ती गुल गई जिससे आगे सुचारू रूप से बिजली आपूर्ति मिलती रहे।

उस वक्त लोगों ने धैर्य बनाए रखा लेकिन वर्तमान समय में गर्मी की तपिश बढ़ गई है। इस उमस भरी गर्मी में रोजाना 3 से 4 घंटे शहरी इलाकों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती की जा रही है।

अलग-अलग हिस्सों में लोगों को बिजली का संकट झेल रहे हैं। इधर अधिशाषी अभियंता डीडी पागंती ने बताया कि बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से जारी रखने के लिए विभाग सभी जरूरी कार्यों में लगा हुआ है। कभी-कभी तकनीकी कारणों के चलते आपूर्ति व्यवस्था बाधित हो जाती है। 

पर्याप्त स्टाफ होने के बाद भी दिक्कत

हल्द्वानी बिजली विभाग के अंतर्गत मंडल, जिला और खंड स्तर के अधिकारी बैठते हैं। बिजली आपूर्ति को बेहतर बनाने के लिए 5 सहायक अभियंताओं के साथ ही 16 कनिष्क अभियंता कार्य पर लगे हुए हैं, विभाग के पास पर्याप्त मैनपावर होने के बाद भी आम बिजली उपभोक्ताओं को बिजली कटौती से राहत नहीं दिला पा रही हैं। 


बिजली कटौती से व्यापारी वर्ग भी परेशान

नियमित बिजली कटौती होने से आम लोगों के साथ ही व्यापारी-कारोबारियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बिजली नदारत होने से व्यापारियों के रोजमर्रा की व्यापारिक गतिविधियों पर इसका सीधा असर पड़ रहा है।