बरेली: मनरेगा... नहीं मिल रहा काम, जेसीबी से कराई जा रही तालाब की खोदाई

गांव ग्रेम के मनरेगा मजदूर ने प्रधान पर लगाया आरोप, वीडियो बनाकर किया वायरल

बरेली: मनरेगा... नहीं मिल रहा काम, जेसीबी से कराई जा रही तालाब की खोदाई

फोटो- गांव ग्रेम में जेसीबी से होती तालाब की खुदाई।

बरेली, अमृत विचार। जेसीबी से खोदाई कराकर मनरेगा श्रमिकों का हक मारा जा रहा है। हाफिजगंज की ग्राम पंचायत ग्रेम के एक श्रमिक ने कम न मिलने पर ग्राम प्रधान पर यह आरोप लगाया है। जेसीबी से तालाब की खोदाई का वीडियो बनाकर वायरल किया है। मामला संज्ञान में आने के बाद अफसरों ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है।

इस गांव की प्रधान रामबाला हैं, जबकि उनके पति ओमकार सिंह नवाबगंज में रोजगार सेवक हैं। आरोप है कि दोनों की साठगांठ से तालाब खोदाई का कार्य मनरेगा श्रमिकों के बजाय जेसीबी से कराया जा रहा है। रविवार को अफसरों तक यह वीडियो पहुंचा तो खलबली मच गई।

इस संबंध में रोजगार सेवक का कहना है कि जेसीबी से नियमानुसार ग्राम समाज की जगह पर बने तालाब की खोदाई कराई जा सकती है। उधर, डीसी मनरेगा गंगाराम वर्मा का कहना है कि प्रधान को नोटिस भेजकर पूछा जाएगा कि मनरेगा श्रमिकों से काम कराया जा सकता था तो जेसीबी से खोदाई क्यों कराई गई। रोजगार सेवक एक आरोप यह भी है कि वह मूल तैनाती वाले गांव में कम जाते हैं। अक्सर ग्रेम में रहकर प्रधानी से जुड़े काम कराते रहते हैं।

पहले भी लग चुके हैं आरोप
पिछले साल भी प्रधान पति एवं रोजगार सेवक पर मनरेगा कार्यों में धांधली करने के आरोप लगे थे। मामले में सोशल आडिट की टीम ने जांच की थी। जब पता चला कि गांव की प्रधान उनकी पत्नी हैं। इस पर रोजगार सेवक को नवाबगंज भेज दिया गया। हालांकि, इस प्रकरण में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

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