सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर अजमेर से शुरु की जनसंघर्ष पद यात्रा
अजमेर। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार के मामलों की जांच की मांग को लेकर अपनी पांच दिवसीय अजमेर से जयपुर तक जनसंघर्ष यात्रा आज यहां से शुरु की। पायलट ने हाथ में तिरंगा थामकर अजमेर से जयपुर तक 125 किलोमीटर की जन संघर्ष यात्रा का आगाज कर भ्रष्टाचार और पेपरलीक मामलों की जांच के लिये अपनी आवाज को मुखर किया तथा पेपरलीक मामलों के सरगना की गिरफ्तारी की मांग के साथ निष्पक्ष जांच की मांग भी की।
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इस अवसर पर पायलट ने कहा कि हमने विपक्ष में रहते वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार की जांच की मांग कर जनता से वादा किया था कि सत्ता में आने पर दूध का दूध , पानी का पानी करेंगे । लेकिन कई चिट्ठियां लिखने , अनशन करने का भी कोई असर नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि हमें अपने नौजवानों के भविष्य की चिन्ता है । उनका विश्वास कायम रहे और पेपरलीक की सच्चाई सामने आये , इसके लिये जन संघर्ष यात्रा निकाली जा रही हैं ।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यह यात्रा संगठन अथवा व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं है बल्कि असली गुनहगारों को सामने लाने के लिए है । पायलट ने कहा कि उनका परिवार लम्बे समय से राजनीति में है लेकिन हमारे परिवार पर विरोधी भी एक पैसे का आरोप नहीं लगा सकते । उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी में भी जनता के बीच आना और उनकी जन भावना को सरकार तक लेकर जाना हमारा दायित्व हैं ।
उनकी जन संघर्ष यात्रा पर सवाल उठाने वालों पर उन्होंने कहा कि राजनीति आग का दरिया है और इसे तैर कर पार करना होगा । उन्होंने कहा कि वह जनता के बीच आगे भी आते रहेंगे और उनकी आवाज बनेंगे क्योंकि राजनीतिक जीवन में जनता ही सबसे बडी ताकत है। पायलट आज रात्रि विश्राम किशनगढ़ टोलनाके के पास टोलामाल बस स्टेशन के नजदीक करेंगे । इससे पहले अजमेर रेलवे स्टेशन पहुंचने पर बड़ी संख्या में कांग्रेस के लोगों ने नारे लगाकर उनका स्वागत किया।
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