रुद्रपुर: यूएसनगर में 4574 किसान, 4881 हेक्टेयर भूमि में कर रहे जैविक खेती

रुद्रपुर: यूएसनगर में 4574 किसान, 4881 हेक्टेयर भूमि में कर रहे जैविक खेती

बीरेन्द्र बिष्ट, रुद्रपुर। विगत दिनों आयोजित अमृतकाल के पहले अमृत बजट में जैविक खेती पर जोर दिया है। ताकि किसानों की आय में बढ़ोतरी हो सके। इसके तहत जिले में किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके अलावा कृषि विभाग किदानों को प्रशिक्षण भी दे रहा है। इसमें किसानों की समस्याओं को दूर किया जा रहा है।

दरअसल, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत जिले में कृषि विभाग किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित करता है। वर्तमान में 4881 हेक्टेयर भूमि में जैविक खेती की जाती है। जबकि जिले में 4574 किसान जैविक खेती कर रहे हैं। तीन साल पूर्व केंद्र सरकार ने परंपरागत कृषि विकास योजना को लागू किया था।

यह योजना दिसंबर 2022 में खत्म हो गयी थी। फिर आम बजट में जैविक खेती को बढ़ाने घोषणा की गयी। जैविक खेती में मिट्टी को रसायन पदार्थों से दूर किया जाएगा। इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी बढ़ेगी और खेतों में हुए उत्पादन की बाजार में डिमांड भी बढ़ेगी।

जैविक खेती से किसानों को फसल के अच्छे दाम भी मिलेंगे। इससे उनकी आय में भी वृद्धि होगी। कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अलावा उन्हें भ्रमण भी कराया जा रहा है और वर्मी कंपोस्ट की पिटो पर 50 फीसदी का अनुदान यानी 9 हजार रुपये दिए जाते हैं। विभाग ने किसानों को अनुदान देने के लिए प्रस्ताव बनाकर कृषि निदेशालय को भेज दिया है। कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार भविष्य में जैविक खेती के लिए किसानों को और अधिक प्रोत्साहित किया जाएगा।


जैविक खेती स्वास्थ्य के लाभदायक होने के साथ ही मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए कारगर साबित होगी। इसका कारण किसान इस खेती में रसायनों का प्रयोग नहीं करेगा। किसानों को इस खेती को बढ़ावा देना चाहिए।

- विक्रम जीत सिंह विर्क, किसान


अमृतकाल के पहले अमृत बजट में भी जैविक खेती को बढ़ाने की बात कही गयी है। जो स्वास्थ्य के साथ ही मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने का बेहतर कदम है। जिले में वर्तमान में 4881 किसान जैविक खेती कर रहे हैं। जैविक खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए ट्रेनिंग के साथ ही भ्रमण कार्यक्रम भी विभाग की ओर से कराये जा रहे हैं।

- एके वर्मा, मुख्य कृषि अधिकारी, ऊधमसिंह नगर