अयोध्या: रामलला के चरणों में अर्पित किए 1051 शोध ग्रंथ
अमृत विचार, अयोध्या। पुनरुत्थान विद्यापीठ की ओर से भारतीय शिक्षा पर आधारित 1051 शोध ग्रंथों को रामलला के चरणों में अर्पित किया गया। उसके बाद समिति के द्वारा कारसेवक पुरम में आशीर्वाद समारोह का आयोजन हुआ। अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरकार्यवाह भैया जी जोशी ने की।
मुख्य अतिथि के रूप में हनुमत निवास के महंत मिथिलेश नंदनी शरण मौजूद रहे। उन्होंने पुनरुत्थान विद्यापीठ की ओर से ग्रंथों का प्रकाशन कराए जाने की सराहना की और पुनरुत्थान विद्यापीठ की कुलपति इंदुमती काटदरे को धन्यवाद देते हुए कहा कि आज के संदर्भ में विभिन्न विषयों में मौलिक पुस्तकों का अभाव है। जब संदर्भ देने की बारी आती है तो विदेशी लेखकों की पुस्तकें ही उपलब्ध होती हैं। भारतीय शिक्षा के संदर्भ में पुस्तकें नहीं मिलती हैं। यहां जो भी पुस्तकें उपलब्ध हैं या तो संस्कृत में हैं या फिर अंग्रेजी में है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भैया जी जोशी ने मुख्य अतिथि के भाव का स्वागत किया। संचालन कर रहे राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने भी भारतीय शिक्षा में नए आयामों से जुड़ने की बात कही। संघ के वरिष्ठ प्रचारक मधुभाई कुलकर्णी, क्षेत्र प्रचारक अनिल, विपुल रावल, ट्रस्टी अनिल मिश्रा, विहिप के संयुक्त महामंत्री कोटेश्वर, केंद्रीय प्रबंध समिति सदस्य पुरुषोत्तम नारायण सिंह, शिवदास, शरद शर्मा आदि उपस्थित रहे।
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