रुद्रपुरः अमृतपाल के समर्थन में पोस्टर लगने के बाद भी चौकसी नहीं, तंबू से सुरक्षाकर्मी गायब

रुद्रपुरः अमृतपाल के समर्थन में पोस्टर लगने के बाद भी चौकसी नहीं, तंबू से सुरक्षाकर्मी गायब

रुद्रपुर, अमृत विचार। पंजाब सरकार की ओर से लुकआउट नोटिस जारी होने और बिलासपुर में अमृतपाल के समर्थन में रिहाई के पोस्टर लगने के बाद भी उत्तराखंड पुलिस संजीदा नहीं दिख रही है। हवा-हवाई बयानबाजी के बाद यूपी-उत्तराखंड की सीमाएं सुनसान देखने को मिली। वाहन धड़ल्ले से बॉर्डर पार कर रहे थे, जबकि रविवार को पोस्टर में खालिस्तानी समर्थकों ने इकट्ठा होने का आह्वान किया था।

पंजाब से साथियों के साथ फरार हुए अमृतपाल सिंह पर शिकंजा कसने को देश की खुफिया एजेंसियां बेहद सतर्क हैं। पंजाब पुलिस के लुकआउट नोटिस के बाद ऊधमसिंह नगर जनपद से लेकर भारत-नेपाल सीमा तक हाई अलर्ट घोषित किया गया था, इसके अलावा शनिवार की रात रुद्रपुर कोतवाली से सटे बिलासपुर में अमृतपाल के समर्थकों ने पोस्टर चस्पा कर दिया। जिसमें केंद्र सरकार की ओर से अमृतपाल को फंसाने और उसकी रिहाई का मुद्दा उठाया गया और खालिस्तानी समर्थकों से पुरानी मंडी बिलासपुर में इकट्ठा होने का आह्वान किया गया था। 

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बावजूद, रविवार को रामपुर-हल्द्वानी हाईवे स्थित रुद्रपुर कोतवाली की सीमा से लेकर बिलासपुर शुरू होने तक की यूपी सीमा पर कोई भी चौकसी देखने को नहीं मिली। मौके पर जाकर देखा तो पाया कि रुद्रपुर डिग्री कॉलेज के समीप पुलिस का तंबू तो लगा था, मगर मौके पर कोई भी पुलिसकर्मी तैनात नहीं मिला। 

वहीं, बिलासपुर चौकी भी खाली मिली। ऐसे में माना जा सकता है कि ऊधमसिंह नगर पुलिस की सक्रियता केवल कागजों तक ही सीमित है। जहां पुलिस के आलाधिकारी अलर्ट रहने का दम भरते हुए दिखते हैं। वहीं, दोनों राज्यों की सीमाएं सुनसान पड़ी हैं, जो दावों की पोल खोल रही है, जबकि यूपी-ऊधमसिंह नगर पुलिस की ओर से संयुक्त चेकिंग करने का निर्णय लिया गया था। वहीं, रामनगर में होने जा रही जी-20 समिट को देखते हुए अमृतपाल की ऊधमसिंह नगर जिले में शरण लेने की चर्चाएं पुलिस के लिए चुनौती बढ़ाने का काम कर रही हैं।

यूपी जाकर समर्थन किया तो कार्रवाई

एसपी सिटी ऊधमसिंह नगर मनोज कुमार कत्याल का कहना है कि जी-20 समिट की तैयारियों को लेकर जिले का सारा फोर्स पुलिस लाइन में इकट्ठा था, जहां ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की ब्रीफिंग की गई थी।

बीती देर रात पोस्टर चस्पा होने की खबर मिलते ही रामपुर-बिलासपुर के सीओ से वार्ता चल रही है। यदि स्थानीय स्तर पर कोई भी व्यक्ति यूपी जाकर समर्थन करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यही कारण है कि सीमा पर चेकिंग नहीं हो सकी, जबकि पुलिस शाम पांच बजे से देर शाम तक चेकिंग करती है। 

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