अयोध्या: कचरा प्रबंधन के लिए मिले बजट का ही कर दिया ''कचरा'', नहीं कराया काम, सीडीओ ने दिए जांच के आदेश, होगी रिकवरी

अयोध्या, अमृत विचार। स्वच्छ भारत मिशन फेज टू को लेकर भले ही गांव-गांव स्वच्छता की मुहिम शुरू की गई हो पर योजना के क्रियान्वयन के जिम्मेदार ही योजना को पलीता लगाने से नहीं चूक रहे हैं। योजना के तहत आवंटित लाखों रुपये के बजट को खर्च करने में भ्रष्टाचार किया जा रहा है। ऐसे ही एक मामलें में दो ब्लाकों की पंचायत द्वारा बिना गांव में काम कराए करीब 32 लाख रुपये निकाले जाने का मामला सामने आया है।
जनपद में सॉलिड लिक्वेड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत चयनित गांव के प्रधान व सचिव ने कोई कार्य करवाए बिना ही अनुमन्य कार्यों के लिए आवंटित तकरीबन 21 लाख रुपये से अधिक की धनराशि निकाल कर बैंक खाता खाली कर दिया। मामला मिल्कीपुर ब्लाक की पिठला ग्राम पंचायत का है। गांव के प्रधान व सचिव ने तीन दिन में 21 लाख से अधिक रुपये निकाल कर पूरा बैंक खाता ही खाली कर दिया।
आरोप है कि प्रधान व सचिव ने बिना कोई कार्य करवाए ही योजना के लिए आवंटित 21 लाख रुपए के सरकारी धन का वारा न्यारा कर लिया। वहीं सोहावल ब्लॉक की तहसीनपुर ग्राम पंचायत में भी 11 लाख रुपये बिना कार्य के आहरित किए जाने का मामला पाया गया है। दोनों ब्लाकों की इन पंचायतों में योजना के तहत मात्र रस्म अदायगी ही की गई है।
इन पंचायतों में ने ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन हेतु लाखों रुपए आवंटित किए गए हैं। धनराशि से गांव में आवश्यकतानुसार सोक पिट, कम्पोस्ट पिट, नाली निर्माण, नाली मरम्मत, नाली चैंबर, आरआरसी सेंटर बनाने के साथ ही कचरा प्रबंधन का कार्य कराया जाना था।
दोनों ब्लाकों की ग्राम पंचायतों की शिकायत मिली है। संबधित बीडीओ को जांच कर रिपोर्ट तलब की गई है। जांच में दोषी पाए जाने पर कार्रवाई व रिकवरी दोनों होगी ...अनीता यादव, मुख्य विकास अधिकारी, अयोध्या।
यह भी पढ़ें:-तुम क्या बोलोगे, तुम तो अपने बाप का सम्मान... विधानसभा में सीएम योगी और अखिलेश में तीखी नोंकझोक, Video हुआ Viral