कई वर्षों तक उपेक्षित रहा सिद्धार्थनगर, अब बदल रही है तस्वीर :CM योगी
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सिद्धार्थनगर, अमृत विचार। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने किसी राजनीतिक दल का नाम लिये बगैर कहा कि भगवान बुद्ध के कारण कभी भारत को वैश्विक पहचान देने वाले इस जिले को तीन दशक तक उपेक्षित रखा गया जिसके चलते इस जिले की पहचान इंसेफेलाइटिस की जानलेवा बीमारी और युवाओं के पलायन के लिए बन गयी।
सिद्धार्थनगर महोत्सव के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुये योगी ने बुधवार को कहा कि आज सामूहिक प्रयासों से यहां की तस्वीर बदल रही है। उन्होंने कहा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिए निवेशकों ने यहां आठ हजार करोड़ के निवेश का प्रस्ताव रखा है, जब ये निवेश धरातल पर उतरेगा तो इस जिले का कायाकल्प हो जाएगा। आज ये जिला मीटरगेज नहीं, बल्कि बुलेट ट्रेन की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि 1988 में अपने गठन के बाद से लगभग तीन दशक तक इस जिले को लगातार उपेक्षा का दंश झेलना पड़ा है। ये जिला विकास से कोसों दूर था, नौजवान यहां से पलायन करता था और इंसेफेलाइटिस जैसी जानलेवा बीमारी के कारण हर वर्ष मौतें होती थीं।
जिस जिले ने वैश्विक मंच पर भारत को कभी एक पहचान दी थी, उसके सामने स्वयं की पहचान बनाने का संकट खड़ा हो गया था।
सीएम योगी ने कहा कि दुनिया में करुणा और मैत्री के प्रतीक भगवान बुद्ध ने यहीं पर अपने बचपन और युवा अवस्था के 29 वर्ष व्यतीत किये थे। पूरी दुनिया के लोग इस जिले के प्रति बहुत आदर और सम्मान व्यक्त करते हैं। तीन दशकों तक बीमारी और पलायन इसकी पहचान बन चुकी थी मगर सामूहिक प्रयासों के चलते आज इंसेफेलाइटिस जैसी जानलेवा बीमारी यहां से लगभग समाप्त हो चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए सिद्धार्थ नगर में आठ हजार करोड़ रुपए के निवेश का प्रस्ताव मिला है। जब ये निवेश यहां धरातल पर उतरेगा तब ये जिला अकाक्षांत्मक नहीं, बल्कि विकसित जिले के रूप में उभरकर सामने आएगा।
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