बहराइच: जनता की आवाज दबाने के लिए पुलिस का अनोखा तरीका, डीजे और टेंट संचालक को जारी कर दिया नोटिस
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अमृत विचार, बहराइच। जिले की जरवल रोड पुलिस ने जनता की आवाज दबाने के लिए पुलिस ने अनोखा तरीका अपनाया है। 18 जनवरी से धरने पर बैठे भाकियू के पदाधिकारियों और ग्रामीणों से जब बात नहीं मनी तो टेंट और डीजे संचालक को नोटिस जारी कर दिया है। इसके बाद भी ग्रामीण बैठे हैं। पुलिस का नोटिस को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
जरवलरोड थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत अठ्ठैसा के मजरा चमणी पुरवा में दूसरे सम्प्रदाय के लोगों द्वारा सैकडों वर्षों से स्थापित हिन्दू धार्मिक स्थल को जबरन उजाड दिया गया था। इसके बाद सभी ईंट लेकर चले गए थे। जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। गांव के लोगों ने पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की थी। लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया था।
जिस पर ग्रामीणों के साथ भारतीय किसान यूनियन भदौरिया के जिलाध्यक्ष अवधेश सिंह ने 18 जनवरी से अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया था। सभी आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करने, थानाध्यक्ष को निलंबित करने, वसूली करने वाले सिपाही पर कार्यवाई की मांग करते हुए धरना शुरू कर दिया था। भाकियू के पदाधिकारी और ग्रामीण पुलिस के मनाने के बाद भी धरना स्थल से नहीं हटे।
इस पर पुलिस ने धरना खत्म कराने के लिए नया तरीका अपनाया है। जरवलरोड पुलिस ने धरना स्थल पर लगे डीजे और टेंट संचालक को शुक्रवार शाम को नोटिस देकर कोर्ट के आदेश का हवाला दिया है। साथ ही त्योहार पर शांति बनाए रखने में सहयोग की बात कही है। इसको लेकर धरना दे रहे लोगों में नाराजगी है।
ऐसे में डीजे संचालक और टेंट संचालक ने सभी हटने की बात कही है। वहीं ग्रामीण धरने पर डटे हैं। शुक्रवार को धरने के दौरान अनुरूद्ध प्रसाद गौतम,राम नरेश यादव,जगदीश,सीताराम, कमलेश कुमार, हनुमान, माधवराज,दुखहरन प्रधान, लल्लू,साबित्री ,माधुरी, ननकई,कुसमा,राम प्यारा,अनीता भारती समेत उपस्थित रहे।