बरेली: अयोध्या में मंदिर की नींव पड़ी तो राममय हो गई नाथ नगरी

बरेली,अमृत विचार। अयोध्या में राम जन्म भूमि पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीराम मंदिर का शिलान्यास किया तो नाथ नगरी में इसका उत्सव मनाया गया। शहर में जयश्रीराम के नारों के बीच वातावरण भक्तिमय हो गया। लोगों ने आतिशबाजी की और घर में दीप जलाए। ढोल व थाप पर लोग झूमते नजर आए। टीवी चैनल …
बरेली,अमृत विचार। अयोध्या में राम जन्म भूमि पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीराम मंदिर का शिलान्यास किया तो नाथ नगरी में इसका उत्सव मनाया गया। शहर में जयश्रीराम के नारों के बीच वातावरण भक्तिमय हो गया। लोगों ने आतिशबाजी की और घर में दीप जलाए। ढोल व थाप पर लोग झूमते नजर आए। टीवी चैनल और सोशल मीडिया के माध्यम से प्रभु श्रीराम के मंदिर के शिलान्यास का मनोरम दृश्य दिखने के लिए जो जहां था, वहीं रुक गया।
दोपहर में शहर की सड़कें कुछ देर के लिए सूनी पड़ गईं। सभी प्रमुख मंदिरों में पूजा अर्चना के साथ और घंटे बजने लगा। ज्यों ही सूर्यास्त हुआ कि पूरा शहर आस्था की दीपक से रोशन हो गया। दीपावली जैसा नजारा तब दिखा, जब घरों में शाम को दिए जलाए गए। पूरा शहर ही जगमग हो गया। एक दूसरों को लोगों ने मिठाई खिलाई।
बुधवार को अयोध्या में मंदिर के भूमि पूजन और शिलान्यास पर लोगों ने लाइव प्रसारण के माध्यम से नजर रखी। हर किसी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सर संघचालक डा मोहन भागवत, सीएम योगी आदित्य नाथ के उदबोधन का इंतजार था। दोपहर में जैसे ही समाचार चैनल के एंकरों ने प्रधानमंत्री के अयोध्या आगमन की खबर सुनाई तो लोग भक्तिभाव में डूब गए। मंदिरों में शंख बजने लगे और आसपास खड़े लोगों ने ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाना शुरू कर दिया। भूमि पूजन के हर पल को आंखों में लोग बसाना चाह रहे थे।
इस ऐतिहासिक और गौरवशाली क्षण का गवाह बनकर नाथनगरीवासी बेहद खुश थे। लोगों के मन में भाव था कि ऐसा पल किसी व्यक्ति के जीवन में एक ही बार आता है। भाषण के दौरान मोदी ने जब ‘सियावर रामचंद्र की जय’ का आह्वान किया तो लोगों ने भी जयकारें लगाने शुरू कर दिए। कोरोना संक्रमण के कारण अयोध्या न पहुंच पाने का मलाल लिए लोगों ने ऐसी आस्था दिखाई कि दोपहर में शहर की सड़कों पर आवागमन कम हो गया। आफिसों में लोग अपने मोबाइल पर कार्यक्रम को देखते रहे।
शिलान्यास कार्यक्रम संपन्न होने के बाद शहर के हनुमान मंदिर, नाथ मंदिरों सहित अन्य मंदिरों में पूजा अर्चना और घंटे बजते रहे। प्रसाद वितरण किया गया। शहर में शाम का नजारा दीपावली की तरह रहा। अधिकांश घरों दीपक रोशनी बिखेर रहे थे। पटाखा फोड़कर और आतिशबाजी करके लोगों ने अपनी खुशियों का इजहार किया। भक्ति में डूबे शहर के लोगों ने मानों कोरोना को भुला दिया था। रात में लोगों ने अपने- अपने घरों में पूजापाठ भी किया।
भूमि पूजन पर धोपेश्वर नाथ चौक पर जलाए दीप
राम मंदिर के शिलान्यास पर सदर बाजार स्थित धोपेश्वर नाथ चौक पर शाम को दीपदान का कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का नेतृत्व शशिकांत जायसवाल ने किया। दीपों से पूरा बाजार जगमग हो गया। इस मौके पर कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष शिखा नायर, अमर सिंह राठौर, अनिल नायर सुरेंद्र मिश्रा, संजय वर्मा, विशाल वर्मा, राजकुमार शर्मा, नितिन कनौजिया, ललित मोहन मल्होत्रा, निर्देश अग्निहोत्री आदि लोग रहे।
तीनों पीढ़ियों ने एक साथ देखा भूमि पूजन
अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन पर पूरे शहर में जश्न का माहौल रहा। किसी ने दिए जलाए तो किसी ने पटाखे फोड़ कर अपनी खुशी जाहिर की। पूरे दिन लोगों ने अपने घरों में टीवी के सामने बैठकर अयोध्या में हो रहे पूजन की तस्वीरों का आनंद ले रहे थे। आईएमए के पूर्व अध्यक्ष एवं भाजपा नेता डॉ. प्रमेंद्र माहेश्वरी ने अपने पिता केके माहेश्वरी, माता नमिता माहेश्वरी और बेटी अपूर्वा माहेश्वरी के साथ भूमि पूजन की लाइव प्रसारण देखा। डॉ. प्रमेंद्र का कहना है कि यह हमारा सौभाग्य है कि आज हमारी तीनों पीढ़ियों ने एक साथ इस पावन अवसर को एक छत के नीचे एक ही साथ बैठकर देखा।
आईएमए के सचिव ने दरवाजे पर जलाए दिए
आयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन की खुशी पूरे शहर में साफ तौर पर नजर आ रही थी। आईएमए के सचिव डॉ. राजीव गोयल ने भी घर के दरवाजे पर परिवार के साथ दीप जलाकर इस पल को यादगार बनाया। इस खुशी को उन्होंने अपने परिवार के साथ साझा किया।
घर की छत पर जलाए दिए
चंद्रलोक हॉस्पिटल के संचालक डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के उपलक्ष्य में दीप जलाकर खुशी मनाई। उन्होंने अपनी पत्नी रेशु अग्रवाल दोनों बेटे प्रत्युश और आयुष के साथ घर की छत पर दीप जलाए। साथ ही बच्चों ने भी पटाखे जलाकर खुशी मनाई।
विनोद पागरानी ने खुशी से मनाया यह पल
खुशलोक हॉस्पिटल के संचालक डॉ. विनोद पागरानी ने अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के इस दिन को अपने परिवार के साथ हर्षोल्लास के साथ मनाया। उन्होंने दीप जलाकर अपनी खुशी को जाहिर किया। उनके साथ इस मौके पर उनकी पत्नी डॉ. मुक्ता पागरानी ने भी दिए जलाए
सरन हॉस्पिटल के संचालक ने दिए जलाकर बांटी मिठाई
अयोध्या में भूमि पूजन के दौरान सरन हॉस्पिटल के संचालक डॉ. सुदीप सरन ने अपने घर में दीपोत्सव कार्यक्रम का अयोजन किया। उन्होंने अपनी पत्नी डॉ. भारती सरन और बच्चों के साथ दीए जलाए साथ ही मिठाई भी बांटी।
तिरंगे रंग से सजी युगवीणा लाइब्रेरी
बुधवार को श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन के बाद सदर बाजार स्थित युगवीणा लाइब्रेरी को तिरंगे के रंगों की लाइटों से जगमग कर दिया गया। स्थानीय लोग भारी संख्या में खूबसूरत दृश्य को देखने पहुंचे। तो कई लोगों ने इस मनमोहक दृश्य को अपने कैमरे में कैद कर लिया।
सांसद धर्मेन्द्र कश्यप ने परिवार के साथ मनाया दीपोत्सव
सांसद धर्मेद्र कश्यप ने श्रीराम मंदिर के शिलान्यास के दिन पूरे परिवार के साथ दीपोत्सव मनाया। उन्होंने कहा कि पूरे देश को इस समय का पांच सौ सालों से इंतजार रहा है। पूरा माहौल राम नाम के रस में भीगा नजर आया। उन्होंने कहा कि बुधवार को पूरे देश की निगाहें अयोध्या की ओर लगी थीं। भारत की सभ्यता और अस्तित्व के प्रतीक मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के मंदिर की नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रख सभी देशवासियों की इच्छा की पूर्ति कर दी। अयोध्या एक नए इतिहास की इबारत लिखेगा। भव्य राममंदिर के निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है। पल अयोध्या के साथ-साथ देश और दुनिया के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। कठिन परीक्षा के परिणाम के साथ भगवान श्री राम के भव्य मंदिर के निर्माण की आधारशिला रखी गई है। इस दौरान सांसद की पत्नी सरोज कश्यप, बेटी कृर्ति कश्यप और डॉ. मोहनी कश्यप मौजूद रहीं।
जय श्रीराम राम के नारे के साथ जलाए दिए
राम मंदिर भूमि पूजन के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों नें पुराना शहर स्थित बालजती कुआं के पास दीप प्रज्ज्वलित कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम का अयोजन राजबहादुर सक्सेना के नेतृत्व में किया गया। इलाके के लोगों ने जमकर इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। पूरा इलाके में मानो दिवाली की रौनक दिखाई दे रही थी। जमकर आतिशबाजी की गई। जय श्रीराम के नारे भी लगे। इस मौके पर कार्यक्रम में उप सभापति छंगामल मौर्य, पूर्वी मंडल अध्यक्ष राम बहादुर मौर्य, पूर्वी मंडल महामंत्री आशीष सक्सेना, पूर्व पार्षद अजय रत्नाकर, समाज सेवी विनोद यजुर्वेदी, गणेश चंद्र तिवारी बलजाती संघर्ष समिति के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।