राजौरी हमला: उपराज्यपाल ने प्रदर्शनकारियों से मुलाकात कर कहा- सरकार आतंकवाद के खिलाफ

राजौरी हमला: उपराज्यपाल ने प्रदर्शनकारियों से मुलाकात कर कहा- सरकार आतंकवाद के खिलाफ

राजौरी/जम्मू। जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने राजौरी में कुछ ही घंटों के भीतर हुए दो आतंकी हमले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों से सोमवार को मुलाकात की। उन्होंने कहा कि सरकार केंद्र शासित प्रदेश से आतंकवाद के सफाए और प्रभावित परिवारों की मदद के लिए प्रतिबद्ध है। राजौरी जिले के डांगरी गांव में आम नागरिकों को निशाना बनाकर किए गए दो हमलों में कुल छह लोगों की मौत हो गई थी।

ये भी पढ़ें - कंझावला की घटना पर स्मृति ईरानी खामोश क्यों हैं: कांग्रेस

पहला हमला रविवार को हुआ जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी और छह अन्य घायल हो गए थे। वहीं सोमवार को आईईडी विस्फोट में दो लोगों की मौत हो गई थी, जिसके खिलाफ अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया। उप राज्यपाल सिन्हा ने प्रदर्शनकारियों से कहा, ‘‘मैंने आप में से कई लोगों की बात सुनी है।

जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का सफाया भारत सरकार की प्रतिबद्धता है। ’’ प्रदर्शनकारियों के साथ मुलाकात के दौरान केंद्र शासित प्रदेश के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रवीद्र रैना भी उनके साथ थे। राजौरी में सुरक्षा की स्थिति का सवाल उठाने पर सिन्हा ने प्रदर्शनकारियों से कहा, ‘‘आपकी भावनाओं का पूरा सम्मान किया जाएगा।

’’प्रदर्शनकारियों ने कहा कि ग्राम विकास समिति (वीडीसी) से हथियारों को वापस लेने से वे आतंकवादियों के ‘आसान शिकार’बन गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, डांगरी गांव में हुए विस्फोट में सानवी शर्मा (16) और विहान कुमार शर्मा (4) की मौत हो गई। इसी गांव में आतंकवादियों ने करीब 14 घंटे पहले रविवार शाम गोलीबारी की थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गये।

स्थानीय लोगों ने बताया कि सोमवार को विस्फोट प्रीतम लाल नाम के व्यक्ति के घर के पास हुआ, जो रविवार शाम हुए आतंकी हमले के पीड़ित हैं। सोमवार सुबह साढ़े नौ बजे मकान में हुए विस्फोट के समय लाल के रिश्तेदार सहित कई लोग थे। सिन्हा ने कहा कि इन मौतों के लिए कोई मुआवजा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, ‘‘यह परिवारों के लिए बड़ी क्षति है।

जो आपने (सुरक्षा खामी और कदम) बताया, मैं वादा करता हूं कि इसपर गहराई से विचार करूंगा और जो भी जरूरी कदम होंगे उन्हें उठाया जाएगा।’’ पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उप राज्यपाल ने कहा कि वह शोक एवं संवेदना प्रकट आए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं और मेरा प्रशासन जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का खात्मा करने में इन परिवारों के साथ है और जो भी कुछ हो सकता है, इन परिवारों के लिए किया जाएगा।’’

गौरतलब है कि अल्पसंख्यक समुदाय के सैकड़ों लोग आतंकवादी हमले में मारे गए छह लोगों के शवों के साथ प्रदर्शन कर रहे थे। वे उप राज्यपाल से मौके पर आने की मांग कर रहे थे ताकि वे अपनी मांगों को उनके समक्ष रख सके। उप राज्यपाल ने स्थानीय लोगों, नेताओं और पीड़ित परिवारों से भी मुलाकात की।

इससे पहले दिन में सिन्हा ने घटना में मारे गए नागरिकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की। उन्होंने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के डांगरी गांव में हुए आतंकी हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने एक ट्वीट में कहा, “मैं राजौरी में किए गए कायराना हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं लोगों को आश्वस्त करता हूं कि इस घृणित कृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों का साथ हैं।” उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रुपये दिए जाएंगे।

ये भी पढ़ें - NDC का 63वां पाठ्यक्रम शुरू, देश-विदेश के 120 सैन्य-असैन्य अधिकारी शामिल