लखनऊ : दरोगा भर्ती परीक्षा में धांधली बड़ी और जांच छोटी
बड़ी एजेंसी से जांच करायी जाए तो पकड़े जाएंगे धांधलीबाज, थाने स्तर से ही हो रही जांच, संसाधन और दायरा बेहद कमजोर

अमृत विचार, लखनऊ। उप्र. पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड लखनऊ द्वारा आयोजित उप निरीक्षक व समकक्ष परीक्षा में बड़ी धांधली सामने आ रही है। 12 नवम्बर 2021 से 2 दिसम्बर 2021 तक कराई गई इस ऑनलाइन परीक्षा में ढेर सारे अभ्यर्थियों ने काफी कम समय में प्रश्नों का जवाब दिया है।
जांच में इसे असामान्य व अस्वाभाविक माना गया है, लेकिन अभी भी थाने स्तर से ही जांच हो रही है, जबकि राज्य सरकार की अन्य एजेंसियों की तुलना में थाने स्तर पर संसाधन और दायरा बेहद कमजोर हैं। बावजूद इसके शासन स्तर पर इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है, जो उसकी मंशा पर सवाल खड़ा करता है।
इस मामले में ऑनलाइन सेंटर के कर्मचारियों समेत तकरीबन एक दर्जन के खिलाफ अभी मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें तीन अभ्यर्थियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। माना जा रहा है कि अगर किसी बड़ी एजेंसी से जांच करायी जाए तो धांधलीबाजों के गहरी जड़ों को उखाड़ा जा सकता है।
श्यामली जिले के निवासी एक अभ्यर्थी अक्षय मलिक की जांच रिपोर्ट पर नजर डाले तो इस परीक्षा में किस कदर धांधली की गई है, यह साफ दिखती है। इसने ‘यस इनफोटेक ऑनलाइन इग्जामिनेशन’ केद्र पर ऑनलाइन लिखित परीक्षा 1 दिसंबर 2021 को प्रथम पाली में थी।
इसकी कैंडिडेट रिस्पांस लाग तथा कैंडिडेट इग्जाम डे परफारमेंस रिपोर्ट की समीक्षा की गई तो पता चला कि उसने न्यूमेरिकल एंड सेंटल एबीलिटी टेस्ट विषय के 40 प्रश्नों में से 29 प्रश्नों का सही उत्तर 4 मिनट 32 सेकेंड दिया गया। उक्त प्रश्नों को पढ़-समझ कर 9.37 सेकेंड खर्च किया गया। इसे असामान्य व अस्वाभाविक माना गया है।
इसी तरह 23 प्रश्नों में प्रति प्रश्न 5 सेकेंड या उससे कम समय में हल करके उत्तर दिया गया। 8 प्रश्नों को प्रति प्रश्न 10 सेकेंड या उससे कम और 3 प्रश्नों को 15 सेकेंड या उससे कम समय तथा 6 प्रश्नों को 15 सेकेंड से अधिक समय में उत्तर दिया गया, जिसमें प्रश्नों का पढ़ना, समझना हल करना तथा उत्तर देने का समय शामिल है। जांच में माना गया है कि यह किसी सामान्य या तीक्ष्ण बुद्धि विवेक वाले व्यक्ति के लिए यह संभव नहीं है।
इतना ही नहीं इस अभ्यर्थी ने मेंटल एप्टीट्यूड इन्टेलिजेंस टेस्ट आफ रीजनिंग जैसे जटिल व तार्किक विषय के 40 प्रश्नों में से 30 प्रश्नों का सही उत्तर केवल 9 मिनट 3 सेकेंड दिया, जबकि कुछ प्रश्नों का उत्तर मात्र 2 से 4 सेकेंड में दिया गया। इसमें प्रश्नों का पढ़ना, समझकर हल करके उत्तर देने का समय भी सम्मिलित है। जांच में साफ किया गया है कि इन प्रश्नों को इतने अल्प समय में उत्तर दिया जाना आसमान्य व है।
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