क्या होती है कच्ची शराब? कैसे हो जाती है जहरीली? बन जाती है मौत का सामान
नई दिल्ली। बिहार ऐसा राज्य, जहां शराबबंदी है। बावजूद इसके यहां आए दिन जहरीली शराब का सेवन करने से सैंकड़ों लोगों के मरने की खबर आती है। ऐसा सिर्फ बिहार ही नहीं, बल्कि देश के कई राज्यों से जहरीली शराब पीने से मरने के मामले सामने आते हैं।
हाल ही में बिहार के छपरा जिले में जहरीली शराब से 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। बड़ी संख्या में लोग अस्पताल में भर्ती हैं। बिहार वो राज्य भी है जहां लंबे समय से शराबबंदी है। मतलब वहां शराब बेचना, बनाना और पीना प्रतिबंधित है। इसके बाद भी हर साल वहां जहरीली शराब से काफी मौत हो जाती है।
कुछ महीने पहले गुजरात में भी जहरीली शराब से 40 से ज्यादा लोगों के मौत की खबर सामने आई थी। जहरीली शराब से मरने वालों का आंकड़ा काफी हाहाकारी है। बीते साल में 6000 से ज्यादा लोग इससे मर चुके हैं।
कैसे बनती है कच्ची शराब ?
एक लीटर शराब को बनाने में सड़ा-गला गुड़, शीरा, नौसादर, यूरिया, धतूरे के बीज, ऑक्सिटोसिन इंजेक्शन और यीस्ट को आपस मे मिलाया जाता है। जब ग्राहक नशा कम होने की बात करते हैं तब मिश्रण में कुछ तत्वों जैसे नौसादर, धतूरे के बीज और ऑक्सीटोसिन (वो इंजेक्शन जो गाय-भैंस का दूध उतारने के लिए दिया जाता है) की मात्रा बढ़ा दी जाती है।
जब तक ये तत्व एक निश्चित मात्रा में रहते हैं नशा बढ़ता है लेकिन कई बार कोई तत्व ज्यादा हो जाता है, तो शराब जहरीली हो जाती है। इसके सेवन से जान जाती है। कई बार कुछ लोग ज्यादा पैसा कमाने के लिए भी नशा ज्यादा करना चाहते हैं जो जानलेवा साबित होता है।
ऑक्सिटोसिन जैसे कैमिकल मिलाने की वजह से शराब में मिथाइल एल्कोहल की मात्रा आ जाती है। मिथाइल एल्कोहल शरीर में जाते ही शरीर के अन्य रसायनों से मिलकर रिएक्शन करने लगता है। इससे शरीर के अंदरूनी अंग काम करना बंद कर देते हैं। इसकी वजह से आदमी की कई बार तुरंत मौत हो जाती है। कई बार यह स्लो पॉइजन की तरह भी काम करता है।
ऐसे बन जाती है जहरीली
कच्ची शराब को अधिक नशीली बनाने के चक्कर में जहरीली हो जाती है। सामान्यत: इसे बनाने में गुड़, शीरा से लहन तैयार किया जाता है। लहन लहन को मिट्टी में गाड़ दिया जाता है। इसमें यूरिया और बेसरमबेल की पत्ती डाला जाता है। अधिक नशीली बनाने के लिए इसमें ऑक्सिटोसिन मिला दिया जाता है, जो मौत का कारण बनती है।
कुछ जगहों पर कच्ची शराब बनाने के लिए पांच किलो गुड़ में 100 ग्राम ईस्ट और यूरिया मिलाकर इसे मिट्टी में गाड़ दिया जाता है। यह लहन उठने पर इसे भट्टी पर चढ़ा दिया जाता है। गर्म होने के बाद जब भाप उठती है, तो उससे शराब उतारी जाती है। इसके अलावा सड़े संतरे, उसके छिलके और सड़े गले अंगूर से भी लहन तैयार किया जाता है।
कैसे होती है मौत
कच्ची शराब में यूरिया और ऑक्सिटोसिन जैसे केमिल पदार्थ मिलाने की वजह से मिथाइल एल्कोल्हल बन जाता है। इसकी वजह से ही लोगों की मौत हो जाती है। मिथाइल शरीर में जाते ही केमिकल रिएक्शन तेज होता है। इससे शरीर के अंदरूनी अंग काम करना बंद कर देते हैं। इसकी वजह से कई बार तुरंत मौत हो जाती है. कुछ लोगों में यह प्रक्रिया धीरे-धीरे होती है।
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