हल्द्वानी: गौला नदी किनारे बनीं 70 अवैध झोपड़ियां तोड़ीं

हल्द्वानी, अमृत विचार। वन विभाग ने हल्द्वानी रेलवे स्टेशन के समीप गौला नदी किनारे आरक्षित वन भूमि में अवैध ढंग से बनाई 70 झोपड़ियों को नष्ट किया। साथ ही भविष्य में निर्माण नहीं करने की हिदायत दी।
तराई पूर्वी व हल्द्वानी वन डिवीजन की संयुक्त टीम ने अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की।
गौला रेंज को सूचना मिली कि हल्द्वानी रेलवे स्टेशन के समीप गौला नदी किनारे आरक्षित वन भूमि पर कुछ लोगों ने अवैध रूप से झोपड़ियां बना दी हैं। इस पर दोनों वन डिवीजन की संयुक्त टीम मंगलवार को रेलवे स्टेशन के समीप पहुंची और अतिक्रमणकारियों को अवैध निर्माण हटाने की अपील की। साथ ही बताया कि बारिश आने पर बाढ़ का भी खतरा है दूसरा आरक्षित वन भूमि पर किसी तरह के निर्माण पर प्रतिबंध है लेकिन वे लोग जिद पर अड़ गए।
अतिक्रमण हटाने को तैयार नहीं हुए इसको लेकर वन कर्मचारियों और अतिक्रमणकारियों के बीच कहासुनी और तीखी झड़प भी हुई। बाद में टीम ने नदी किनारे अवैध ढंग से बनाई करीब छह दर्जन झोपड़ियों को ध्वस्त किया और अतिक्रमण हटाया। साथ ही लोगों को चेतावनी दी कि यदि फिर से अतिक्रमण किया तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, नदी किनारे अतिक्रमण रोकने के लिए निगरानी टीमें बनाई गई हैं जो नदी में नियमित तौर से गश्त करेंगी और यदि अवैध निर्माण मिलता तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
टीम में गौला रेंजर चंदन सिंह अधिकारी, डिप्टी रेंज डिकर राम, वन दरोगा मनोज त्रिपाठी, दलीप मेवाड़ी, शंकर दत्त पनेरू, भुवन चंद्र तिवारी, भूपाल सम्मल, ललित मोहन जोशी, दीप चंद्र आर्य, सुरेश आर्य, देवेंद्र सिंह मेहरा, ललित बिष्ट, उर्मिला टम्टा, लता आर्य, वर्षा आदि मौजूद थे।