बरेली: अधिशासी अभियंता पर 50 हजार रुपए रिश्वत मांगने का आरोप, जांच शुरू
कंपनी का आरोप- बिल पास करने के नाम पर मांगे जा रहे रुपये
बरेली, अमृत विचार। संदीप ट्रेडिंग कंपनी ने बिल पास करने के नाम पर बदायूं के अधिशासी अभियंता पर 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। मुख्य अभियंता कार्यालय में इसकी शिकायत की है। मुख्य अभियंता ने अधीक्षण अभियंता को मामले की जांच कर आख्या देने के आदेश दिए हैं।
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संदीप ट्रेडिंग कंपनी के संदीप अग्रवाल ने बताया कि उनकी कंपनी की तरफ से बदायूं जिले में निजी ट्यूबवेल पर मीटर लगाने का काम किया गया था। जिसमें 10 लाख 80 हजार रुपये की लागत आई। संदीप अग्रवाल ने बताया कि काम का बिल बनाने के बाद उन्होंने अधिशासी अभियंता विदयुत परीक्षण खंड बदायूं के कार्यालय में जमा कर दिया। उस समय ईआरपी प्रणाली लागू होने के चलते धनराशि आवंटित नहीं हो पाई।
लखनऊ से उनका बिल यह कहकर वापस कर दिया गया कि इसे ईआरपी प्रणाली के तहत अग्रसित करें। जिसके बाद उन्होंने अपनी फाइल फिर से अधिशासी अभियंता विदयुत परीक्षण खंड बदायूं के कार्यालय में जमा कर दी। संदीप अग्रवाल का आरोप है कि उनकी फाइल अधिशासी अभियंता प्रमोद कुमार सिंह के कार्यालय में लंबित है। अधिशासी अभियंता जब ईआरपी कर को लखनऊ भेजेंगे, उसके बाद धनराशि जारी की जाएगी।आरोप है कि अधिशासी अभियंता ईआरपी चढ़ाने के नाम पर 50 हजार रुपये की मांग कर रहे हैं। जिसकी शिकायत मुख्य अभियंता से की गई है।
कंपनी की तरफ से मिली शिकायत के बाद अधीक्षण अभियंता को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी-आरके शर्मा, मुख्य अभियंता।
कंपनी की तरफ से बिल मिले नहीं हैं। चार बार रिमांडर भेजा गया है। चार दिन पहले बिल दिया है, उसमें जीएसटी की डिटेल नहीं की गई थी। रुपये मांगने की शिकायत पूरी तरह से गलत है। कंपनी चार पांच जिलों से ब्लैक लिस्टेड हो चुकी है-प्रमोद कुमार सिंह, अधिशासी अभियंता।
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