मुरादाबाद : परीक्षा में माफिया नहीं बदल पाएंगे उत्तर पुस्तिकाएं, माध्यमिक शिक्षा परिषद ने नकल रोकने को व्यवस्था में किया बदलाव

यूपी बोर्ड...10वीं और 12वीं के परीक्षार्थियों को मिलेंगी सिलाई लगी कापियां, बोर्ड परीक्षा में इस बार शामिल होंगे 85,671 परीक्षार्थी

मुरादाबाद : परीक्षा में माफिया नहीं बदल पाएंगे उत्तर पुस्तिकाएं, माध्यमिक शिक्षा परिषद ने नकल रोकने को व्यवस्था में किया बदलाव

मुरादाबाद, अमृत विचार। बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। माफिया पर नकेल कसने के लिए परिषद ने इस बार सभी जनपदों में सिलाई लगी उत्तर पुस्तिकाएं मुहैया कराने निर्णय लिया है। इससे कवर पेज को बदलकर कापियों के पेज बदलने वाले नकल माफिया पर शिकंजा कसा जा सकेगा।

जिले में कुल 437 माध्यमिक कॉलेज हैं। जिनमें 38 राजकीय, 54 सहायता प्राप्त और 345 वित्तविहीन कॉलेज हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा नकलविहीन परीक्षा कराने के उद्देश्य से कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं। बोर्ड परीक्षा केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है। जिले में हाईस्कूल में 44,430 और इंटरमीडिएट में 41,241 विद्यार्थी बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे।  उधर, वर्षों में नकल माफिया कमजोर बच्चों को ज्यादा नंबर दिलाने के लिए प्रतिभाशाली बच्चों की उत्तर पुस्तिका का कवर पेज बदलने की शिकायतें सुर्खियों में रहती थी। ऐसे कई बार मामला हाईकोर्ट तक भी पहुंचा है। माध्यमिक शिक्षा परिषद की इस व्यवस्था से उत्तर पुस्तिकाओं के बदले जाने के मामलों पर  रोक लगेगी।

सिलाई वाली कॉपी में यह होगा बदलाव : बोर्ड परीक्षा में प्रयोग होने वाली उत्तर पुस्तिका के सभी पेज धागे से सिले हुए होंगे, ताकि कोई भी पेज निकालकर किसी और छात्र की कॉपी में न लगाए जा सकें। इससे सिलाई उधड़ने पर पता लगाया जा सकता है कि उत्तर पुस्तिका के साथ छेड़छाड़ हुई है।

इन जिलों में हो चुका है सफल प्रयोग : बोर्ड द्वारा वर्ष 2021-22 में 10 संवेदनशील जनपदों का चयन कर सिलाई लगी कॉपियों पर परीक्षा ली गई थी। इसमें प्रयागराज, हरदोई, मथुरा, बलिया, जौनपुर, आजमगढ़, गाजीपुर, अलीगढ़, कौशाम्बी और मुजफ्फरनगर शामिल हैं। वहां सकारात्मक परिणाम दिखने के बाद सभी जिलों में इस बार से उत्तरपुस्तिका में बदलाव करने का निर्णय लिया गया है।

अब तक होती थी कॉपियों पर बार कोडिंग
बोर्ड की ओर से परीक्षा के लिए उत्तर पुस्तिकाओं पर बार कोडिंग का उपयोग किया जा रहा था। उम्मीद जताई जा रही थी इससे कापियों की अदला- बदली पर लगाम लगेगी। लेकिन, यह प्रयोग विफल साबित हुआ।

माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से नकलविहीन परीक्षा कराने के उद्देश्य से कई बदलाव किए जा रहे हैं। इस बार जिले के विद्यार्थी भी सिलाई लगी उत्तर पुस्तिकाओं पर परीक्षा देंगे। इससे कॉपियों की अदला-बदली पर लगाम लगेगी। -डॉ. अरुण कुमार दुबे, जिला विद्यालय निरीक्षक

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