रामपुर में आजम के कारण ही सपा का अंत: नवेद मियां

रामपुर में आजम के कारण ही सपा का अंत: नवेद मियां

रामपुर, अमृत विचार। सपा में टिकट को लेकर चल रहे असमंजस पर पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि 1993 में सपा का रामपुर में खाता खुला था और 2022 में इस पार्टी का अंत तय है। आजम ने सपा में किसी को नेता बनने ही नहीं दिया, लिहाजा आज इस परिवार के अलावा रामपुर में सपा के टिकट लड़ने वाला कोई शख्स ही नहीं बचा है। परिवारवाद का खामियाजा अब इस पार्टी को भुगतना पड़ेगा। सपा किसी को भी उम्मीदवार बना दे, इस बार हार तय है। 

उन्होंने कहा कि रामपुर शहर के लोगों का विधान सभा में प्रतिनिधत्व फ़ज़ल उल हक़, असलम खां, बेगम किश्वर आरा, नवाब मुर्तजा अली खां, मंजूर अली खां उर्फ शन्नू खां और अफरोज अली खान जैसी शानदार शख्सियतों ने किया है। आजम का इस सीट से चुना जाना काला अध्याय है। आजम की कियादत कलंक साबित हुई है। 

नवेद मियां ने कहा कि जिस पार्टी की रामपुर में शुरूआत आजम से हुई अब उस पार्टी का अंत भी इसी आदमी की वजह से होना तय है। आजम ने सपा में किसी स्थानीय नेता को पनपने नहीं दिया। कई अच्छे लोग नूर महल से नाता तोड़कर आजम के साथ गए, लेकिन आज उन लोगों का सियासत में कोई वजूद नहीं है। ग्रामीण क्षेत्र की लीडरशिप को भी आजम ने ही खत्म किया। कई नेता जो आज विधायक और चेयरमैन होते आजम की तस्वीर के नीचे बैठे मक्खियां मार रहे हैं। यह लोग इस डूब चुके जहाज को छोड़ दें।

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