रुद्रपुर: स्थापना दिवस पर 34 राज्य आंदोलनकारियों को किया सम्मानित

रुद्रपुर: स्थापना दिवस पर 34 राज्य आंदोलनकारियों को किया सम्मानित

रुद्रपुर, अमृत विचार। उत्तराखंड का 22 वां राज्य स्थापना दिवस धूमधाम एवं उत्साह के साथ मनाया गया। पुलिस लाइन प्रांगण में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति हुई। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रभारी मंत्री और कुमाऊं आयुक्त द्वारा किया गया। कार्यक्रम में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। बुधवार को पुलिस लाइन प्रांगण को सुसज्जित …

रुद्रपुर, अमृत विचार। उत्तराखंड का 22 वां राज्य स्थापना दिवस धूमधाम एवं उत्साह के साथ मनाया गया। पुलिस लाइन प्रांगण में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति हुई। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रभारी मंत्री और कुमाऊं आयुक्त द्वारा किया गया। कार्यक्रम में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

बुधवार को पुलिस लाइन प्रांगण को सुसज्जित तरीके से सजाया गया और सुबह 11 बजे प्रभारी मंत्री गणेश जोशी और कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने राज्य आंदोलन के दौरान शहीद हुए आंदोलनकारियों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया गया। कार्यक्रम शुरुआत गणेश वंदना एवं स्वागत गीत के साथ स्कूली बच्चों द्वारा की गई। प्रभारी मंत्री एवं कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि राज्य गठन को लेकर बुजुर्ग, महिलाओं और पुरुषों में एक जुनून था। जिसमें मातृशक्ति की भूमिका अहम है। इसके अलावा तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ने आंदोलनकारियों की भावनाओं को समझा और राज्य बनाने की घोषणा की।

राज्य बनने के 22 साल बाद प्रदेश को संवारने का काम देश के प्रधानमंत्री मोदी और प्रदेश की धामी सरकार ने किया। जिनके द्वारा आंदोलनकारियों को पूरा सम्मान देने के साथ ही रोजगार, शिक्षा, पर्यटन, स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया। वर्तमान में सरकार सरलीकरण, समाधान और निस्तारण के मंत्र पर कार्य कर रही है।

वहीं चार धाम के साथ ही सरकार सैन्य धाम बनाने जा रही है, ताकि देवभूमि के वीर शहीदों के सपनों को साकार किया जा सके। जिले भर के 34 राज्य आंदोलनकारियों जिसमें आठ महिलाएं और 26 पुरुष राज्य आंदोलनकारियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। आंदोलनकारियों की सूची में पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल, राजीव शुक्ला, अनिल चौहान, पूर्व चेयरमैन नसरीन कुरैशी, कांग्रेस नेता हरीश पनेरु, किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़, पत्रकार केवल कृष्ण बत्रा के नाम भी शामिल थे। इसके अलावा पीलीभीत एवं खटीमा सूचना संपर्क विभाग के अलावा स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर स्थापना दिवस में समां बांध दिया।

इस मौके पर डीएम युगल किशोर पंत, एसएसपी मंजूनाथ टीसी, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, विधायक प्रतिनिधि प्रीत ग्रोवर, मोहित कक्कड़, मेयर रामपाल सिंह, विवेक सक्सेना, विकास शर्मा, उपेंद्र चौधरी, ब्लॉक प्रमुख ममता जल्होत्रा, विपिन जल्होत्रा के अलावा प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

आंदोलनकारियों के अलावा जनता को मिलेगा सम्मान: आयुक्त
स्थापना दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने कहा कि राज्य गठन के बाद उत्तराखंड को अपनी एक अलग पहचान मिली है। ऐसे में प्रदेश के राज्य आंदोलनकारियों व प्रदेश वासियों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार ने व्यवस्थाएं बनाईं हैं। साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं का पात्रों को लाभ मिले। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, क्योंकि चार धाम यात्रा के अलावा प्रदेश में पर्यटन स्थल आकर्षण का केंद्र है। इसके लिए कुमाऊं स्तर पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रूपरेखा बनाई गई है, ताकि आने वाले दूरदराज के पर्यटकों को पर्यटन के अलावा राज्य आंदोलन की गाथा से भी अवगत कराया जाएगा।

सरकारी विभागों के 35 स्टॉलों से सजाया प्रांगण
राज्य स्थापना के मौके पर पुलिस लाइन प्रांगण को सरकारी विभागों के 35 स्टॉलों के जरिए सजाया गया। जिसमें पुलिस एवं विकास भवन के अलग-अलग विभागों से संबंधित स्टॉल लगाए गए थे। स्टॉलों के माध्यम से सरकार की योजनाओं की जानकारी दी जा रही थी। वहीं, दूरदराज से आए लोगों की विभागीय वार समस्याओं का समाधान किया गया। सीडीओ विशाल मिश्रा ने बताया कि स्टॉलों के माध्यम से लोगों को सरकार की योजनाओं की जानकारी दी गई है। इस दौरान रीजनल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी पुलिस विभाग ने परिसर में पौधरोपण किया गया। जिसका उद्घाटन पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल, किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ और लैब के निदेशक डॉ. दयाल शरण ने पौधरोपण कर किया गया।