खुलासा: धारदार हथियार से गला रेतकर की गई थी कार चालक की हत्या

खुलासा: धारदार हथियार से गला रेतकर की गई थी कार चालक की हत्या

बांदा, अमृत विचार। कानपुर के नौबस्ता से ओमनी वैन लेकर आए चालक की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई। हत्या करने के बाद शव को झाड़ियों में छुपा दिया गया था। शनिवार को दो चिकित्सकों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया।पेट में चाकुओं के गोदने के कई गहरे घाव थे। पुलिस …

बांदा, अमृत विचार। कानपुर के नौबस्ता से ओमनी वैन लेकर आए चालक की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई। हत्या करने के बाद शव को झाड़ियों में छुपा दिया गया था। शनिवार को दो चिकित्सकों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया।पेट में चाकुओं के गोदने के कई गहरे घाव थे। पुलिस का कहना है कि एक आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया था। जबकि मृतक के भाई का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को हिरासत में लिया है।

कानपुर निवासी आशुतोष पाण्डेय (28) पुत्र रविंद्र कुमार पाण्डेय ओमिनी वैन चलाता था। 26 अक्टूबर की सुबह करीब आठ बजे राय गोपालपुर थाना चौबेपुर निवासी सुधीर और दीपक बांदा के लिए गाड़ी बुक करके आए थे। यह गाड़ी दो दिन के लिए बुक की गई थी। अगले दिन उसे वापस घर लौटना था। लेकिन आशुतोष घर नहीं लौटा। परिजनों ने उसका फोन मिलाया, लेकिन फोन स्विच आफ था। फोन स्विच आफ देख घरवालों को आशंका हुई। परिजनों ने नौबस्ता थाने में इसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी।

आशुतोष के एक रिश्तेदार ने मोबाइल को सर्विलांस में लगवा दिया था। 27 तारीख की शाम को मोबाइल खुला तो उसकी लोकेशन बंधवा फतेहपुर बताई गई। परिजन उसी लोकेशन पर पहुंचे फिर मोबाइल बंद हो गया था। 28 अक्टूबर की दोपहर मोबाइल की लोकेशन बेंदाघाट दिखाई दी। परिजन फिर पीछा करते हुए मौके पर पहुंच गए। हमलावर को दबोच लिया। तब तक हमलावर चलती हुई गाड़ी से फरार हो गया। दीपक कोे दबोच लिया और उसे थाने ले जाया गया।

पुलिस ने कड़ाई से पूछतांछ की तो उसने हत्या किए जाने की बात बताई। उसी की निशानदेही पर पुलिस ने शव को चिल्ला थाना क्षेत्र के दतरौली गांव से रज्जन उर्फ राजू द्विवेदी के हाते से शव को बरामद कर लिया। सूचना पाकर नौबस्ता थाने के दो एसआई पवन मिश्रा और जयवीर सिंह दो कांस्टेबल के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मामले की जांच पड़ताल की।

मृतक के भाई अंशुमान ने बताया कि गाड़ी व रुपया लूटने के इरादे से उसके भाई की हत्या कर दी गई। नौबस्ता थाने में दी गई तहरीर में बताया कि सुधीर, उसका भाई दीपक, मां सविता तिवारी पत्नी सुरेश तिवारी अपने मामा प्रेमकुमार द्विवेदी व राजू द्विवेदी पुत्रगण इंद्रमणि द्विवेदी पुत्र कामता प्रसाद द्विवेदी निवासी दतरौली थाना चिल्ला एवं कुछ अज्ञात लोगों ने उसके भाई की हत्या कर दी।

लाश को यमुना में बहाना चाहते थे हत्यारे
कानपुर से आने की शाम को ही आरोपियों ने आशुतोष की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी। इसके बाद शव को राजू द्विवेदी के बाड़े के पीछे झाड़ियों में छिपा दिया। घटना के अगले दिन दोनो भाई कुछ महिलाओं के साथ कालका देवी मंदिर बेंदा दर्शन करने गए थे। अंशुमान ने बताया कि लोकेशन के आधार पर वह लोग मौके पर पहुंच गए। देखा तो ओमनी वैन में चार पुरुष और दो महिलाएं, एक किशोरी बैठी हुई थीं। आरोपी उसके भाई के शव को यमुना नदी में ठिकाने लगाने की फिराक में थे।

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