हेक्साकोनाजोल का छिड़काव : बारिश के बाद धान की फसल में “फॉल्स स्मट’ का खतरा

हेक्साकोनाजोल का छिड़काव : बारिश के बाद धान की फसल में “फॉल्स स्मट’ का खतरा

अमृत विचार ,हैदरगढ़/ बाराबंकी । आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या से संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, हैदरगढ़, बाराबंकी की कीट विज्ञानी डॉ. रिंकी चौहान ने हाल ही में वर्षा के कारण धान की फसल में हुए नुकसान को बताया । और धान की फसलों में इस समय बढ़ रहे कीट और रोगों …

अमृत विचार ,हैदरगढ़/ बाराबंकी । आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या से संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, हैदरगढ़, बाराबंकी की कीट विज्ञानी डॉ. रिंकी चौहान ने हाल ही में वर्षा के कारण धान की फसल में हुए नुकसान को बताया । और धान की फसलों में इस समय बढ़ रहे कीट और रोगों के बारे में बताकर उपाय भी बताया ।

धान की फसल में अब फॉल्स स्मट ग्रसित धान की प्रजातियों में फॉल्स स्मट का प्रकोप तेजी से बढ़ेगा। इसके नियंत्रण के लिए हेक्साकोनाजोल का उपयोग करें। इसके अलावा धान की फसल में सीथ ब्लाइट, झोंका रोग, भूरा धब्बा रोग तथा झुलसा रोग देखने को मिल रहा है।

सीथ ब्लाइट के नियंत्रण के लिए टेबुकोनाजोल, झोंका रोग के लिए कॉपर ऑक्सिक्लोराइड अथवा डाईफैनकोनाजोल तथा भूरा धब्बा रोग के लिए कार्बेंडाजिम+ मैनकोज़ेब का इस्तेमाल करें। धान के कीट में तना छेदक के लिए कारटेप हाइड्रोक्लोराइड तथा पत्ती लपेटक के लिए इमिडाक्लोप्रिड का इस्तेमाल करें।

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