बरेली: आंशिक सूखे ने रुलाया, बारिश ने किसानों को आंसू पोंछने का मौका भी नहीं दिया

बरेली: आंशिक सूखे ने रुलाया, बारिश ने किसानों को आंसू पोंछने का मौका भी नहीं दिया

बरेली, अमृत विचार। आंशिक सूखे से खरीफ की फसलों को होने वाले नुकसान का सितंबर में जब आकलन कराया गया तो करीब 6464 हेक्टेयर भूमि की फसलों को नुकसान की बात सामने आई। जबकि करीब 294699 हेक्टेयर भूमि में बोयी फसलें सुरक्षित होने की रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। तब यह माना गया कि …

बरेली, अमृत विचार। आंशिक सूखे से खरीफ की फसलों को होने वाले नुकसान का सितंबर में जब आकलन कराया गया तो करीब 6464 हेक्टेयर भूमि की फसलों को नुकसान की बात सामने आई। जबकि करीब 294699 हेक्टेयर भूमि में बोयी फसलें सुरक्षित होने की रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। तब यह माना गया कि इतनी हेक्टेयर की फसलें किसानों के आंसू पोंछने में मददगार होंगी लेकिन यह उम्मीद भी खेतों में भरे पानी में डूब गई।

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दो दिन से हो रही बारिश ने किसानों को आंसू पोंछने का मौका भी नहीं दिया। सर्वाधिक धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। खेतों में पकी खड़ी धान की फसल पूर्णरूप से भूमि पर बिछ गई। जिन खेतों में कटी धान की फसल घर ले जाने की तैयारी थी, वह फसल बारिश में डूब गई। इससे किसानों को बड़ा झटका लगा है।

बारिश से हो रहे नुकसान की भरपाई उन किसानों की तो हो सकती है जिन्होंने फसल बीमा कराया था। वैसे सरकारी मुआवजा मिलता ही कितना है। हालांकि, धान की फसल को हुए नुकसान का आकलन कराने के लिए जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी ने शनिवार को आदेश जारी कर दिए। सभी एसडीएम और तहसीलदार को निर्देश दिए हैं कि धान की फसल को सर्वाधिक क्षति हुई।

सोमवार तक नुकसान की आख्या प्रस्तुत करें। डीएम का लिखित में आदेश जारी होते ही उप जिलाधिकारी सक्रिय हो गए और तहसीलदार, नायब तहसीलदारों ने लेखपाल और राजस्व निरीक्षकों को दौड़ना शुरू कर दिया है। वहीं नवाबगंज, आंवला, भोजीपुरा, नवाबगंज, मीरगंज क्षेत्रों में सैकड़ों बीघा धान की फसल चौपट हुई है।

बीमा कराने वाले किसान 72 घंट में दे दें फसल नुकसान की सूचना

बरेली। जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र कुमार ने बताया है कि दो दिन से जनपद में बारिश हो रही है। इस कारण खरीफ की विभिन्न फसलों में विशेषकर धान की फसल में हानि होने की ज्यादा संभावना है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया है कि इस वर्ष जिन किसानों ने बीमा कराया है, वे किसान धान की फसल में हुए नुकसान की सूचना लिखित रूप में जनपद की बीमा कंपनी (इफको टोक्यो) के प्रतिनिधि या कृषि विभाग के विकास खंड/तहसील स्तर एवं जिला स्तरीय किसी भी कार्यालय में 72 घंटे के भीतर सूचना दे सकते हैं।

किसान बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर 18001035490 पर कॉल करके भी अपनी फसल के नुकसान की सूचना दे सकते हैं। कृषि विभाग के कार्यालयों में या टोल फ्री नंबर पर सूचना देने के बाद फसल बीमा कंपनी के प्रतिनिधि द्वारा कृषि विभाग के कर्मचारियों के साथ सर्वेक्षण कार्य कराकर वास्तविक नुकसान का आकलन कराया जाएगा।

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