पीलीभीत: साइबर सेल फेल, दो और अधिवक्ताओं से ठगी की कोशिश
पीलीभीत, अमृत विचार। जालसाजों ने ठगी का नया पैंतरा अपना लिया है। खुद को जिला कारगार का सुरक्षाकर्मी बताकर फोन करके अधिवक्ताओं से उनके क्लाइंट की डिटेल मांगकर ठगी करने की दो और अधिवक्ताओं से कोशिश की गई। चूंकि पूर्व में ही एक अधिवक्ता से रुपये ऐंठे जा चुके थे, इसलिए सूझबूझ का परिचय देते …
पीलीभीत, अमृत विचार। जालसाजों ने ठगी का नया पैंतरा अपना लिया है। खुद को जिला कारगार का सुरक्षाकर्मी बताकर फोन करके अधिवक्ताओं से उनके क्लाइंट की डिटेल मांगकर ठगी करने की दो और अधिवक्ताओं से कोशिश की गई। चूंकि पूर्व में ही एक अधिवक्ता से रुपये ऐंठे जा चुके थे, इसलिए सूझबूझ का परिचय देते हुए हकीकत पहचानने में देर न लगी। एसपी के निर्देश पर साइबर सेल छानबीन में जुटी है, लेकिन ठगों पर कोई शिकंजा नहीं कस सका है। अधिवक्ता एक दूसरे को घटना की जानकारी देकर सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं।
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बता दें कि साइबर क्राइम पर रोकथाम करने के लिए लंबे समय से पुलिस विभाग मुहिम चला रहा है। ठगी से बचाने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए भी कार्यशालाएं उच्चाधिकारियों के निर्देश पर कई बार आयोजित कराई जा चुकी हैं। अभी कुछ दिन पहले ही ठगों ने खुद को जेल का बंदी रक्षक बताते हुए कॉल की थी। उनके क्लाइंट के बारे में पूछा और फिर उसके चोटिल होने की बात कहकर रुपये मांगे गए थे। क्लाइंट के परिवार के नंबर भी जुटाए थे।
एक अधिवक्ता ने तो झांसे में आकर अपने मित्र से रुपये भी भिजवा दिए थे। जिसके बाद ठगी का शोर मचा और अधिवक्ताओं ने एसपी से शिकायत की थी। एसपी दिनेश कुमार पी ने इसे गंभीरता से लेते हुए साइबर सेल को कमान सौंपी थी। इस पर पुलिस काम कर रही है, लेकिन अभी तक जालसाजों का पता नहीं लगाया जा सका है। उधर, दो और अधिवक्ता के मोबाइल पर कॉल कर ठगी की कोशिश की गई। दोनों अधिवक्ताओं को फोन करते वक्त जालसाज ने यही कहा कि वह राजीव सैनी जिला कारागार से बोल रहा है।
दोनों ने इसकी सूचना अधिवक्ताओं के व्हाट्सएप ग्रुप पर भी शेयर की और एक दूसरे को इसे लेकर अलर्ट किया। फिलहाल, इस तरह से चार दिन बाद भी फोन कॉल का आना, कही न कहीं पुलिस की लापरवाही और फेलियर को बयां कर रहा है। हालांकि अधिकारी पड़ताल जारी होने की बात कह रहे हैं। इस गिरोह का पर्दाफाश न होने पर अधिवक्ताओं में रोष भी है।
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