आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हुए BRICS देश, कहा- दोहरा रवैया मंजूर नहीं
न्यूयॉर्क (अमेरिका)। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के समूह ‘ब्रिक्स’ ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में ‘दोहरे मानदंडों’ को खारिज करते हुए ‘कॉम्प्रिहेन्सिव कन्वेंशन ऑन इंटरनेशनल टेररिज़्म’ (सीसीआईटी) के मसौदे को शीघ्र अंतिम रूप देने तथा उसे अंगीकार करने का आह्वान किया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सत्र से इतर …
न्यूयॉर्क (अमेरिका)। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के समूह ‘ब्रिक्स’ ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में ‘दोहरे मानदंडों’ को खारिज करते हुए ‘कॉम्प्रिहेन्सिव कन्वेंशन ऑन इंटरनेशनल टेररिज़्म’ (सीसीआईटी) के मसौदे को शीघ्र अंतिम रूप देने तथा उसे अंगीकार करने का आह्वान किया है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सत्र से इतर ब्रिक्स देशों के विदेश मंत्रियों ने बृहस्पतिवार को यहां एक बैठक की। ब्राजील के विदेश मंत्री कार्लोस अल्बर्टो फ्रेंको फ्रैंक, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, विदेश मंत्री एस जयशंकर, चीन के विदेश मंत्री वांग यी और दक्षिण अफ्रीका गणराज्य की अंतरराष्ट्रीय संबंधों व सहयोग मंत्री नलेदी पैंडर इस बैठक में शामिल हुईं।
बैठक के बाद जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मंत्रियों ने हर तरह के आतंकवाद की कड़ी निंदा की, चाहे उसे कहीं भी, किसी के भी द्वारा अंजाम दिया गया हो। उन्होंने, ‘‘ आतंकवाद और अतिवाद का मुकाबला करने के लिए दोहरे मानदंडों को भी खारिज किया।’’
बयान के अनुसार, मंत्रियों ने ‘कॉम्प्रिहेन्सिव कन्वेंशन ऑन इंटरनेशनल टेररिज़्म’ के मसौदे को शीघ्र अंतिम रूप देने तथा अंगीकार करने और ‘कॉन्फ्रेंस ऑफ डिसआर्मार्मेंट’ में रासायनिक व जैविक आतंकवाद के कृत्यों को रोकने के लिए बहुपक्षीय वार्ता शुरू करने का आह्वान किया। भारत ने 1986 में संयुक्त राष्ट्र में ‘कॉम्प्रिहेन्सिव कन्वेंशन ऑन इंटरनेशनल टेररिज़्म’ (सीसीआईटी) को लेकर एक मसौदा पेश किया था, लेकिन अभी तक यह क्रियान्वित नहीं हो पाया है क्योंकि सदस्य देशों के बीच आतंकवाद की परिभाषा पर आम सहमति नहीं बन पाई है।
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