आईआईटी जोधपुर में चार वर्षीय नया स्नातक पाठ्यक्रम में पढ़ाई जाएगी भौतिक विज्ञान

नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जोधपुर नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सिफारिशों के अनुरूप विज्ञान में चार वर्षीय नया स्नातक पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है जिसमें छात्रों को क्वांटम प्रौद्योगिकी, ऊर्जा तत्व, प्रकाश तरंगों का भौतिक विज्ञान (फोटोनिक्स) जैसे विषय पढ़ाए जाएंगे। संस्थान के निदेशक प्रो. शांतनु चौधरी ने एक मीडिया एजेंसी से …
नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जोधपुर नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सिफारिशों के अनुरूप विज्ञान में चार वर्षीय नया स्नातक पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है जिसमें छात्रों को क्वांटम प्रौद्योगिकी, ऊर्जा तत्व, प्रकाश तरंगों का भौतिक विज्ञान (फोटोनिक्स) जैसे विषय पढ़ाए जाएंगे।
संस्थान के निदेशक प्रो. शांतनु चौधरी ने एक मीडिया एजेंसी से कहा कि संस्थान विज्ञान में चार वर्षीय नया स्नातक कार्यक्रम शुरू कर रहा है। यह पाठ्यक्रम नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सिफारिशों के अनुरूप है जिसमें प्रौद्योगिकी आधारित बुनियादी विज्ञान पर विशेष ध्यान होगा। उन्होंने बताया कि विज्ञान में स्नातक कार्यक्रम का पाठ्यक्रम तैयार हो गया है तथा इसमें छात्रों के वैज्ञानिक दृष्टिकोण को मजबूत बनाने पर खास ध्यान दिया गया है ताकि वे अग्रणी प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सरलता से काम कर सकें।
चौधरी ने कहा कि इस पाठ्यक्रम में छात्रों को क्वांटम प्रौद्योगिकी, ऊर्जा तत्व, प्रकाश तरंगों का भौतिक विज्ञान (फोटोनिक्स) जैसे उभरते विषयों के बारे पढ़ाया जाएगा। छात्र इस पाठ्यक्रम के साथ इनमें से किसी एक खास विषय को चुन सकते हैं। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही आईआईटी जोधपुर और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) जोधपुर ने एक अनूठे गठजोड़ के तहत हाल ही में चिकित्सा प्रौद्योगिकी में स्नातकोत्तर, स्नातकोत्तर-पीएचडी और पीएचडी कार्यक्रम शुरू किया है।
चौधरी ने कहा कि आईआईटी जोधपुर, डिजिटल दुनिया में मूर्त एवं अमूर्त धरोहरों को सहेजने और प्रस्तुत करने की परियोजना के साथ ही जोधपुर के हस्तशिल्प पर एक डिजिटल संग्रहालय तैयार करने की परियोजना पर भी काम कर रहा है।
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