असम व अरुणाचल की समितियों ने सीमा विवादों के हल के लिए संयुक्त दौरा शुरू किया

असम व अरुणाचल की समितियों ने सीमा विवादों के हल के लिए संयुक्त दौरा शुरू किया

नामसाई/गुवाहाटी। असम और अरुणाचल प्रदेश सरकारों द्वारा गठित क्षेत्रीय समितियों ने अंतरराज्यीय सीमा विवादों के समाधान के लिए सोमवार को संयुक्त दौरा शुरू किया। असम सीमा सुरक्षा और विकास विभाग के मंत्री अतुल बोरा नीत एक टीम ने तिनसुकिया से सटे अरुणाचल प्रदेश के नामसाई जिले का दौरा किया। जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका के नेतृत्व …

नामसाई/गुवाहाटी। असम और अरुणाचल प्रदेश सरकारों द्वारा गठित क्षेत्रीय समितियों ने अंतरराज्यीय सीमा विवादों के समाधान के लिए सोमवार को संयुक्त दौरा शुरू किया। असम सीमा सुरक्षा और विकास विभाग के मंत्री अतुल बोरा नीत एक टीम ने तिनसुकिया से सटे अरुणाचल प्रदेश के नामसाई जिले का दौरा किया। जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका के नेतृत्व वाली असम की दूसरी टीम ने अरुणाचल के पक्के केसांग जिले से लगे सोनितपुर की यात्रा की।

बोरा ने नामसाई में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह क्षेत्रीय समिति का पहला दौरा है। हम यहां से लोहित जिले के लिए रवाना होंगे। हमें भरोसा है कि सभी मतभेदों को बातचीत के जरिए सौहार्द्रपूर्ण तरीके से सुलझा लिया जाएगा।” अरुणाचल प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उपमुख्यमंत्री चौना मीन ने किया। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू के बीच 15 जुलाई को हुई बातचीत के बाद दोनों सरकारों द्वारा 12 समितियों का गठन किया गया था।

दोनों नेताओं की बातचीत के बाद ‘नामसाई घोषणा’ पर हस्ताक्षर हुए थे। इस घोषणा के अनुसार, दोनों राज्यों ने ‘विवादित गांवों’ की संख्या को 86 तक सीमित करने का फैसला किया जबकि पहले इनकी संख्या 123 थी। इसके अलावा वे 15 सितंबर तक सभी मुद्दों के हल के लिए प्रयास करने पर भी सहमत हुए थे। बोरा ने कहा कि ‘नामसाई घोषणा’ राज्यों के बीच बातचीत के जरिए मामले में हुई प्रगति का साक्ष्य है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें विश्वास है कि क्षेत्रीय समितियां 15 सितंबर तक अपनी-अपनी सरकारों को अपनी सिफारिशें सौंप देंगी। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया क्योंकि बातचीत ठीक तरीके से आगे बढ़ रही है।

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