मोदी-योगी के सपनों की अयोध्या को प्राधिकरण ही लगाया पलीता, बिना नक्शे वाले भवनों की भरमार

मोदी-योगी के सपनों की अयोध्या को प्राधिकरण ही लगाया पलीता, बिना नक्शे वाले भवनों की भरमार

अयोध्या। अयोध्या – फैजाबाद के टाउन प्लान और महायोजना का बंटाधार विकास प्राधिकरण और भू – माफियाओं के गठजोड़ से हुआ है। दोनों के काकस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपनों की अयोध्या को पलीता लगा दिया है। हाल यह है कि यहां दस साल से अधिक से अवैध रूप से …

अयोध्या। अयोध्या – फैजाबाद के टाउन प्लान और महायोजना का बंटाधार विकास प्राधिकरण और भू – माफियाओं के गठजोड़ से हुआ है। दोनों के काकस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपनों की अयोध्या को पलीता लगा दिया है। हाल यह है कि यहां दस साल से अधिक से अवैध रूप से होटल, डिग्री कालेज और माल चल रहे हैं। प्लाटिंग से लेकर नक्शे तक खेले जाने वाले गठजोड़ से इस खेल ने भविष्य में लागू होने वाली योजनाओं पर भी संकट मंडराने लगा है।

इसी तगड़े गठजोड़ का नतीजा है कि आज भी शहर में चौतरफा बिना नक्शा पास कराए व्यवसायिक प्रतिष्ठान और अवैध प्लाटिंग का गोरखधंधा बदस्तूर जारी है। भरोसेमंद सूत्रों की मानें तो तो इन सब में प्राधिकरण के सचिव से लेकर नगर नियोजक तक शामिल हैं और मोटी कमाई कर रहे हैं।

प्राधिकरण के रेकार्ड रुम में विभिन्न अवैध निर्माणों के ध्वस्तीकरण की ऐसी सैकड़ों फाईलें डम्प कर दी गई हैं जिसके चलते गठजोड़ के रास्ते में कोई रुकावट न आए। बताया जाता है प्राधिकरण और भू-माफिया का यह पूरा गठजोड़ सुनियोजित ढंग से काम करता है। भू – माफिया इस काम में प्रमुख भूमिका निभाते हैं जो प्राधिकरण के अफसरों के लिए मोटी कमाई का जरिया बन गई है।

सूत्रों के अनुसार दस साल से देवकाली बाईपास पर चल रहे एक होटल (रिजॉर्ट) का निर्माण ही सीड गोदाम के लिए स्वीकृत नक्शे पर चलता रहा। अब बीते 15 जुलाई को प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में सीड गोदाम का नक्शा करीने से निरस्त कर होटल का नक्शा पास करने का प्रस्ताव कर दिया गया। इसके पीछे भी भारी खेल हुआ। अब ये देखना बाकी है कि होटल मालिक पर जुर्माना क्या लगता है। इस होटल के भी ध्वस्तीकरण की फाइल आदेश सहित दफन कर दी गई थी।

जमथरा इलाके के डूब क्षेत्र में कई वर्षों से हजारों अवैध निर्माण हो गए लेकिन प्राधिकरण आंखें बंद किए बैठा रहा। यहां डूब क्षेत्र में तीन चार स्कूल समेत एक डिग्री कालेज खड़ा हो गया जिसका आज तक कोई नक्शा ही नहीं स्वीकृत हैं।

बताया जाता है प्राधिकरण इन सबको लेकर अपनी जेबे गर्म कर ध्वस्तीकरण के आदेश और फाइलों को दबा कर बैठ गया। बतातें है कि इस पूरे खेल में शासन का दखल इसलिए नहीं होता कि कई सफेदपोश भी काकस में शामिल है। यही कारण है कि इस गोरखधंधे में शामिल एक प्रापर्टी डीलर के कुछ अवैध निर्माण दिखावे के लिए ढहाए गए जबकि आज तक उसे कोई नोटिस नहीं दी गई। इस बाबत जब प्राधिकरण के टाउन प्लानर और सचिव से कुछ पूछा जाता है। तो कन्नी काट जाते हैं।

कोट – महायोजना – 2031 की तैयारी चल रही है। जहां-जहां अवैध निर्माण हैं उनका सर्वे कराया जा रहा है। कहीं कोई गड़बड़ी नहीं होने दी जायेगी। प्राधिकरण अवैध निर्माणों को लेकर गंभीर है।– गोर्की – नगर नियोजक, अयोध्या विकास प्राधिकरण, अयोध्या

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