कानपुर : हैलट अस्पताल की फीवर ओपीडी में पहुंचे 300 से अधिक मरीज, जेआर की संख्या बढ़ाई

कानपुर, अमृत विचार। मानसून के बीच कभी गर्मी और अचानक से हल्का ठंडा मौसम संक्रामक रोगों को निमंत्रण दे रहा है, जिसकी चपेट में घर के एक दो सदस्य नहीं पूरा परिवार आने लगा है। सरकारी और निजी अस्पतालों में बुखार और वायरल के मरीज बढ़ गए हैं। इसमें बच्चे, युवा और बुजुर्ग शामिल हैं। …
कानपुर, अमृत विचार। मानसून के बीच कभी गर्मी और अचानक से हल्का ठंडा मौसम संक्रामक रोगों को निमंत्रण दे रहा है, जिसकी चपेट में घर के एक दो सदस्य नहीं पूरा परिवार आने लगा है। सरकारी और निजी अस्पतालों में बुखार और वायरल के मरीज बढ़ गए हैं। इसमें बच्चे, युवा और बुजुर्ग शामिल हैं। डेंगू, मलेरिया के संभावित केस भी आ रहे हैं, जिनमें शरीर में तेज दर्द, जाड़ा लगना, जी मिचलाना आदि शामिल हैं।
हैलट अस्पताल की फ्लू ओपीडी में सोमवार को 300 से अधिक मरीज पहुंचे हैं। रोगियों के अधिक संख्या को देखते हुए, जूनियर डॉक्टरों की संख्या बढ़ा दी गई है। डॉ. बीपी प्रियदर्शी ने बताया कि फ्लू ओपीडी में ज्यादातर मरीजों में वायरल के लक्षण मिल रहे हैं। उनमें शरीर मे तेज दर्द की समस्या मिल रही है। कुछ गंभीर रोगियों को इमरजेंसी में भर्ती करना पड़ा है। 15 से 20 रोगियों में सेप्टीसीमिया और गुर्दा फेल होने की वजह से बुखार आ रहा था।
रिकॉर्ड रखवाए जा रहे :
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो.संजय काला ने बताया की बुखार के कई ऐसे मरीज आ रहे हैं, जिनका पूरा परिवार बीमार है। ऐसे मरीजों का रिकॉर्ड सुरक्षित कराया जा रहा है। कई तरह की जांचें करवाई जा रहीं हैं। उनकी डिटेल सीएमओ ऑफिस को भी दी गई है।
रेफर किए जा रहे मरीज :
बिधनू, घाटमपुर, पतारा समेत कुछ क्षेत्रों से बुखार के काफी मरीज आ रहे हैं। उन्होंने पहले वहां की सीएचसी में दिखाया था, लेकिन उन्हें आराम नहीं मिला। उन क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीम सैंपल लेने के लिए जाएगी।
उर्सला में फीवर वार्ड तैयार :
उर्सला में 20 बेड का फीवर वार्ड तैयार हो गया है। कई मरीजों को भर्ती भी किया गया है। वहां मच्छरदानी लगाई गई हैं।
डायरिया का हमला तेज :
बच्चों और बुजुर्गों में डायरिया का हमला जारी है। संक्रमित पानी और बासी भोजन से उनमें डायरिया की समस्या मिल रही है।
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