मुरादाबाद : ओपी राजभर-शिवपाल यादव पर आजम खां ने कसा तंज- बोले- किसी के जाने से सपा खत्म नहीं होगी

मुरादाबाद,अमृत विचार। छजलैट प्रकरण में गुरुवार को सपा के दिग्गज नेता व विधायक आजम खां अपने बेटे अब्दुल्ला आजम संग एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए। पेशी के बाद मीडिया कर्मियों के सवालों पर उन्होंने सरकार को घेरते हुए अपने चिर-परिचत अंदाज में जबाव दिए। उनके निशाने पर लुलु माल रहा। बोले, इसके मालिक को नाम …
मुरादाबाद,अमृत विचार। छजलैट प्रकरण में गुरुवार को सपा के दिग्गज नेता व विधायक आजम खां अपने बेटे अब्दुल्ला आजम संग एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए। पेशी के बाद मीडिया कर्मियों के सवालों पर उन्होंने सरकार को घेरते हुए अपने चिर-परिचत अंदाज में जबाव दिए। उनके निशाने पर लुलु माल रहा। बोले, इसके मालिक को नाम बदलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह आरएसएस व भाजपा की साजिश है। लुलु माल बनाने वाला आरएसएस का चंदा देने वाला है। नमाज पढ़ने वाले भी वही लाया था और हनुमान चालीसा पढ़ने वाले भी इनके ही थे। वह नाम नहीं बदलेगा, क्योंकि वह कमा रहा है इस नाम से।
इस दौरान आजम खां ने ओपी राजभर-शिवपाल यादव पर तंज कसते हुए कहा कि किसी के जाने से सपा खत्म नहीं होगी। उन्होंने आगे कहा कि आम आदमी की आमदनी इतनी बढ़ गई है कि महंगाई पता ही नहीं चल रही। हर तरफ खुशहाली ही खुशहाली है।
महंगाई कहां है?
आजम खां ने एक सवाल पर कहा कि हम सूरदास हैं, मगर जन्म से अंधे नहीं हैं। हालात के मारे हुए हैं। महंगाई पर तंज कसते हुए सवालिया अंदाज में कहा कि कहां है महंगाई। हर तरफ खुशहाली ही खुशहाली है, आम आदमी की आमदनी इतनी बढ़ गई है कि महंगाई पता ही नहीं चल रही। इस सवाल पर उन्होंने खुद को मदारी तक बता डाला। बोले, जब हम जीते ही नहीं तो सिकंदर तो हुए नहीं बल्कि बंदर हो गए। उन्होंने कहा कि मैं कभी रामपुर, तो कभी मुंबई जा रहा हूं। मेरी हालत मदारी के बंदर जैसी हो गई है। महंगाई का सपा विरोध करे, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि क्या सपा ने सब ठेके ले रखे हैं।
लोकसभा चुनाव के लिए सिलने दिए लंगोटे
राजभर व शिवपाल से जुड़े सवाल को वह टाल गए। इतना जरूर कहा कि किसी के जाने से सपा खत्म नहीं होगी। सपा एक विचारधारा है, एक संघर्ष का नाम है। लोकसभा चुनाव की तैयारी पर उन्होंने चुटीले अंदाज में जवाब दिया कि-लंगोटे सिलने को दे दिए हैं। बोले सीनियर लीडर नहीं मैं सीनियर कार्यकर्ता हूं। विपक्ष में लीडर होता ही नहीं है अब। राष्टपति चुनाव में क्रास वोटिंग का सवाल पूछने वाले पत्रकार पर उन्होंने सवाल दागा-आपको किसने बताया यह सब। उसका नाम बताइये, पहले उसे पार्टी से निकलवाते हैं।
अब पांच अगस्त को होगी सुनवाई
छजलैट प्रकरण में गुरुवार को आजम खां अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ फिर स्थानीय एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए। आजम के अधिवक्ता शाहनवाज सिबतैन ने बताया कि इस मामले में सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश होना था। सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष राजकुमार प्रजापति बीमारी के कारण पेश नहीं हो सके। उन्होंने हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र अपने अधिवक्ता के माध्यम से भेजा। जिस कारण अब इस मामले की सुनवाई के लिए पांच अगस्त की तारीख नियत की गई है। बताते चलें कि पिछले दो साल में आजम अपने बेटे संग गुरुवार को चौथी बार कोर्ट में पेश हुए। वहीं उनकी पेशी के दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबंध रहे।
यह है पूरा मामला
मामला जनवरी 2008 का है। सपा के कद्दावर नेता आजम अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ कार से बिजनौर की ओर जा रहे थे। छजलैट थाने के सामने पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही थी। कार के शीशे पर काली फिल्म और हूटर लगा होने के कारण पुलिसकर्मियों ने उनकी गाड़ी को चेकिंग के लिए रोका तो विवाद हो गया। बहस होने पर आजम खां छजलैट थाने के सामने ही धरने पर बैठ गए थे। इसकी सूचना मिलते मंडल भर के तमाम सपा के पदाधिकारी भी मौके पर आ गए थे। इससे काफी देर के लिए मौके पर जाम लग गया था। कई घंटे तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने किसी तरह से मामला शांत कराया था। इस मामले में छजलैट थाने में आजम खां व उनके बेटे अब्दुल्ला आजम समेत नौ सपाइयों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी।
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