लखनऊ : पुलिस की तफ्तीश पर उठने लगे सवाल, कहीं हंगामा तो कहीं बवाल…जानें क्या है मामला

लखनऊ। एक तरफ राजधानी पुलिस शहर को अपराध मुक्त बनाने की कवायद में जुड़ी है। तो दूसरी तरफ अपराधी पुलिस के चक्रव्यूह को तोड़ वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। इसके बाद पुलिस तफ्तीश में इस कदर उलझ जाती है कि उस पर सवाल खड़े होने लगते हैं। राजधानी में ऐसे ही मामले …
लखनऊ। एक तरफ राजधानी पुलिस शहर को अपराध मुक्त बनाने की कवायद में जुड़ी है। तो दूसरी तरफ अपराधी पुलिस के चक्रव्यूह को तोड़ वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। इसके बाद पुलिस तफ्तीश में इस कदर उलझ जाती है कि उस पर सवाल खड़े होने लगते हैं। राजधानी में ऐसे ही मामले आए हैं। जिनकी तफ्तीश में पुलिस भी उलझी हुई है। रोजाना ऐसे बिंदु सामने आ रहे हैं जिनकी मदद से पुलिस अंधेरे में तीर चला रही है।
पहली तफ्तीश : बता दें कि 25 जुलाई को सुशांत गोल्फ सिटी के भागीरथी अपार्टमेंट में मेदांता अस्पताल की नर्स (25) की लाश पुलिस ने बरामद की थी। पुलिस की तफ्तीश में दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई गई। बुधवार को पुलिस ने इस मामले नर्स के सहकर्मियों से पूछताछ की तो चौंका देने वाली बात उजागर हुई। घटना के दिन पुलिस ने मेदांता अस्पताल का उपस्थिति रिकॉर्ड खंगाला तो पता चला कि नर्स अस्पताल पहुंचने के कुछ ही देरी के बाद वह वापस निकल गई थी।
अस्पताल के बाहर आकर उसने बस पकड़ी थी और सीधे भागीरथी अपार्टमेंट आई थी। वहीं पीएम रिपोर्ट में नर्स की मौत पुष्टि शॉक और ब्रेन हैम्रेज के कारण हुई। जिसके आधार पर यह आशंका जताई गई कि मौत से ठीक पूर्व नर्स को किसी बात का शॉक लगा। जैसे अमूमन किसी के द्वारा अचानक धक्का देने से होता है। फिलहाल राशि के साथ मारपीट या छीना-झपटी के कारण निशान शरीर पर नहीं मिले हैं। पर कयास लगाया जा रहा है कि संभवत: धक्का देने के क्रम में उसके कपड़े फटे हैं। फिलहाल पुलिस इस पूरे प्रकरण में राशि के मोबाइल फोन की सीडीआर रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। राशि मौत से पूर्व किससे फोन पर बात कर रही थी। इस बात पर पुलिस की शक की सुई घूम रही है। फिलहाल घटना का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस हर पहलुओं पर तफ्तीश करने में जुटी हुई।
दूसरी तफ्तीश : बीते 22 जुलाई को आलमबाग के आरके ज्वैलर्स के मालिक आकाश गुप्ता को ट्रैकऑन कुरियर कंपनी से एक पार्सल प्राप्त हुआ था। जिसमें एक पत्र में लिपटा हुआ कारतूस बरामद हुआ। पत्र में जेल में मुलाकात कर पांच लाख रुपये रंगदारी देने की मांग की गई थी।
साथ ही जान से मारने की धमकी दी गई थी। इस केस में भी पुलिस के हाथ खाली हैं। हालांकि, कृष्णानगर पुलिस ने अब कुरियर कंपनी ट्रैकऑन के हजरतगंज स्थित कार्यालय के सीसीटीवी रिकॉर्ड खंगालने शुरू कर दिये हैं। ताकि पता चल सके कि कुरियर को ऑर्डर करने के लिए पार्सल लेकर कौन युवक आया था। बता दें कि ज्वैलर्स का अपराधी विजय जायसवाल के नाम से रंगदारी मांगी गई थी।
तीसरी तफ्तीश : बीते 25 जुलाई की देर रात ठाकुरगंज क्षेत्र की भुवर रेलवे क्रॉसिंग के पास जीआरएम लॉन के मालिक के बेटे महेंद्र मौर्या की हत्या के मामले में अब तक पुलिस के हाथ खाली है। हत्यारों के बारे में अब तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है।
महेंद्र के मोबाइल की सीडीआर रिपोर्ट भी पुलिस को प्राप्त हो गई है। इसमें पुलिस को किसी भी प्रकार की धमकी या विवाद की बात सामने नहीं आई है। हालांकि, महेंद्र के परिजनों ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग पर कानपुर बाई पास पर शव रखकर प्रदर्शन किया था।
चौथी तफ्तीश : आलमबाग के सर्राफा बाजार के पांच कारोबारियों से करीब 200 किलो चांदी लेकर फरार होने वाले जालसाज के बारे में पुलिस को अबतक कोई सुराग हाथ नहीं लग सका है। मामले को 10 दिन बीत चुके हैं, पर चौक पुलिस अभी तक खाली हाथ है।
इस सम्बन्ध में चौक प्रभारी प्रशांत कुमार मिश्र का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। आरोपी के गार्ड और ड्राइवर को हिरासत में लिया गया था और फिर पूछताछ करके छोड़ दिया गया। थर्ड डिग्री देने की बात झूठी है।
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