सीतापुर: बाजार में तपिश और भाव की मार, सेवईं की दुकानों पर पसरा सन्नाटा

सीतापुर। ईद उल अजहा पर्व अनकरीब है। इसके बावजूद बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है। गर्मी की तपिश और सामानों के भाव खरीदारों को परेशान कर रहे हैं। ऐसे में खरीदारी पर असर देखने को मिला। ईद उल अजहा (बकरीद) पर्व को चंद घण्टे शेष हैं। शुक्रवार दोपहर तक बाजारों में सन्नाटा देखने को मिला। …
सीतापुर। ईद उल अजहा पर्व अनकरीब है। इसके बावजूद बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है। गर्मी की तपिश और सामानों के भाव खरीदारों को परेशान कर रहे हैं। ऐसे में खरीदारी पर असर देखने को मिला। ईद उल अजहा (बकरीद) पर्व को चंद घण्टे शेष हैं। शुक्रवार दोपहर तक बाजारों में सन्नाटा देखने को मिला। शहर की मुख्य बाजार लालबाग में सिंवई की दुकान पर खरीदार नदारद थे। दुकानदार रफीक, गुड्डू और परवेज कहते हैं कि रविवार को ईद उल अजहा है, ऐसे में मात्र चंद घण्टों की खरीदारी बाकी है।
सुबह से कुछ लोग ही सिंवईयां खरीदने आए, देखकर लगता है कि इस बार कारोबार पर असर पड़ेगा। रफीक कहते हैं कि दिन में तेज धूप भी लोगों को बाजार आने से रोक रही है। इसके अलावा कुछ रेट भी सिंवईयों के बढ़े हैं। उधर कपड़ों की दुकानों पर भी भाव का असर देखने को मिल रहा था। कपड़ा मण्डी के दुकानदार इम्दाद कहते हैं कि इस बार सूती कपड़े की अधिक मांग है, लेकिन बीते वर्ष की अपेक्षा खरीदार अभी तक कम हैं। हो सकता है, शाम को लोगों का आना हो।
खोया के भाव ने पसीना छुड़ाया
खोया का भाव ने इस बार सभी का पसीना छुड़ाया। लालबाग की मण्डी में खोया प्रति किलो तीन सौ से अधिक था। पुराना शहर से आईं खरीदार रजिया, अजमतुन, कामरान सहित कई अन्य लोग खड़े थे। बाजार का भाव सुनते ही कई रजिया तपाक से बोल पड़ी कि इतनी भाव में तो खोया कभी नहीं खरीदा। कई और लोग मोल-भाव करते हुए दिखाई दिये।
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