रुद्रपुर: खुद को यूपी शासन में अनुसचिव बताकर रुद्रपुर निवासी से ठगे 20 लाख रुपये

रुद्रपुर, अमृत विचार। यूपी में अनुसचिव पद पर कार्यरत बताकर ठग दंपति ने रुद्रपुर निवासी पिता-बेटे से 20 लाख रुपये की ठग लिये। दंपति ने पीड़ित परिवार को यूपी के राजस्व विभाग में सरकारी नौकरी का झांसा दिया था। पुलिस ने मामले में कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है। तीनापानी डाम, फुलसुंगा …
रुद्रपुर, अमृत विचार। यूपी में अनुसचिव पद पर कार्यरत बताकर ठग दंपति ने रुद्रपुर निवासी पिता-बेटे से 20 लाख रुपये की ठग लिये। दंपति ने पीड़ित परिवार को यूपी के राजस्व विभाग में सरकारी नौकरी का झांसा दिया था। पुलिस ने मामले में कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
तीनापानी डाम, फुलसुंगा निवासी श्रीपाल ने अपने शिकायती पत्र में बताया कि वह सिडकुल की एक प्राइवेट कंपनी में कार्य करता है। उसके दो बेटे और बहू बेरोजगार हैं और काफी समय से नौकरी की तलाश कर रहे हैं। इस बीच मई 2021 में उनके पुत्र पुष्पेंद्र सिंह की मुलाकात ग्राम अधौली थान सत्तरगंज जिला बाराबंकी, यूपी निवासी सर्वेश यादव, उसकी पत्नी शालू वर्मा और ग्राम भिखारीपुर थान रतनपुर जिला अंबेडकर नगर, यूपी निवासी श्याम मोहन से हुई।
उन्होंने बताया कि वह क्लीन फर्टिलाइजर मार्केटिंग मेन पावर सर्विस, कंसल्टेंसी एजेंसी के नाम से राज्य व केंद्र सरकार के विभागों में स्थाई नौकरी दिलाने का कार्य करते है। इस दौरान सर्वेश यादव ने खुद को राज्य संपत्ति विभाग, उत्तर प्रदेश सचिवालय में अनु सचिव पद पर कार्यरत बताया। साथ ही अपना परिचय पत्र भी दिखाया। उसने बताया कि वह संबंधित विभाग में स्थाई रूप से नौकरी लगा देगा। जिसके एवज में प्रति व्यक्ति आठ लाख रुपये एडवांस जमा करने होगे।
जिस पर उनके बेटे पुष्पेंद्र ने बिना परिवार की सहमति की इतनी बढ़ी रकम देने में असर्मथता जताई। जिस पर उन्होंने उनको व परिवार को अपनी बातों का यकीन दिलाया। जिस पर भरोसा कर उन्होंने अलग-अलग तिथियों में बैंक खातों, ऑनलाइन माध्यमों से उनके बताये खातों में करीब 20 लाख रुपये जमा करा दिये। जो पीड़ित परिवार से अपनी पुश्तैती जमीन, बचत, बैंक कर्ज व सोना बेचकर जुटाये थे।
रकम देने के बाद भी आरोपियों ने उन्हे कोई नियुक्ति पत्र नहीं दिया और रुपये मांगने पर टाल मटोल करते रहे। शक होने पर जब उन्होने लखनऊ जाकर राज्य संपत्ति विभाग में जानकारी जुटाई तो पता चला कि इस नाम का कोई व्यक्ति वहां कार्यरत नहीं है और पता चला कि इन लोगों पर वहां थाना गोमतीनगर में में सचिवालय में नौकरी लगवाने का झांसा देकर लाखों रुपये हड़पने का केस भी दर्ज है। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। थानाध्यक्ष सुंदरम शर्मा ने बताया कि मामले में कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।