चार साल के कार्यकाल के बाद ‘अग्निवीरों’ को हरियाणा में नौकरी की गारंटी : खट्टर
चंडीगढ़। सेना में भर्ती संबंधी केंद्र सरकार की नयी ‘‘अग्निपथ योजना’’ को लेकर हो रहे भारी विरोध के बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को घोषणा की कि हरियाणा सरकार सशस्त्र बलों में चार साल के कार्यकाल के बाद ‘अग्निवीरों’ को रोजगार की ‘‘गारंटी’’ देगी। हालांकि, विपक्षी दल कांग्रेस ने खट्टर से …
चंडीगढ़। सेना में भर्ती संबंधी केंद्र सरकार की नयी ‘‘अग्निपथ योजना’’ को लेकर हो रहे भारी विरोध के बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को घोषणा की कि हरियाणा सरकार सशस्त्र बलों में चार साल के कार्यकाल के बाद ‘अग्निवीरों’ को रोजगार की ‘‘गारंटी’’ देगी।
हालांकि, विपक्षी दल कांग्रेस ने खट्टर से सवाल किया कि उनकी सरकार पूर्व सैनिकों को समायोजित करने के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण से परे ‘‘एक और श्रेणी कैसे बनाएगी’’। खट्टर ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भिवानी में आयोजित राज्य स्तरीय एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘मैं घोषणा करता हूं कि जो कोई (अग्निवीर) हरियाणा सरकार की सेवाओं में शामिल होना चाहता है, उसे नौकरी की गारंटी दी जाएगी। कोई बेरोजगार नहीं रहेगा। हम इसकी गारंटी लेंगे।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा अग्निवीरों के लिए रोजगार सुनिश्चित करने वाला देश का पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों को ‘ग्रुप सी’ सेवाएं यानी अराजपत्रित पद जैसे कि क्लर्क, शिक्षक और कार्यालय सहायक और पुलिस बल में शामिल किया जाएगा। खट्टर ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं घोषणा करता हूं कि ‘अग्निपथ’ योजना के तहत, चार साल तक देश की सेवा करने के बाद वापस आने वाले अग्निवीरों को गारंटी के साथ हरियाणा सरकार में नौकरी दी जाएगी।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न क्षेत्रों में आमूलचूल सुधार किये हैं और अग्निपथ उसी पहल का एक हिस्सा है। उनकी घोषणा के बाद से कांग्रेस ने उनकी आलोचना शुरू कर दी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री से कहा कि वे युवाओं को लुभाने के लिए उन्हें ‘‘लॉलीपॉप’’ न दें। उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि आप 50 फीसदी आरक्षण के अलावा दूसरी श्रेणी कैसे बनाएंगे?
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘फिर कोई भी अग्निपथ योजना के तहत बनाई गई इस अतिरिक्त श्रेणी को अदालत में चुनौती देगा और युवाओं के पास फिर से कोई विकल्प नहीं बचेगा।’’ सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘‘प्रधानमंत्री से कहिये कि चार साल बाद सभी अग्निवीरों को सेना में शामिल करें। युवाओं को गुमराह न करें।’’
हरियाणा भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने एक ट्वीट में मुख्यमंत्री से उन पूर्व सैनिकों की भर्ती करने को कहा, जो पहले ही सशस्त्र बलों में अपना कार्यकाल पूरा कर चुके हैं लेकिन अब बेरोजगार हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मनोहर लाल खट्टर जी, कुछ शर्म करो। देश के युवाओं और सैनिकों को झूठा आश्वासन देकर देश को बेवकूफ क्यों बना रहे हो? देश में 55 हज़ार सैनिक हर साल सेवानिवृत्त होते हैं और उनमें से केवल पांच प्रतिशत को ही नौकरी मिलती है। पहले उन्हें तो नौकरी दे दो।’’
14 जून को घोषित ‘अग्निपथ’ योजना के तहत सशस्त्र बलों में साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष की आयु के युवाओं को संविदा के आधार पर चार साल के लिए भर्ती करने का प्रावधान है। इनमें से 25 प्रतिशत युवाओं को नियमित सेवा में बरकरार रखा जाएगा। योजना को लेकर देश के कई हिस्सों में हिंसक विरोध-प्रदर्शन हुए, जिसके बाद सरकार ने 2022 में भर्ती के लिए बृहस्पतिवार को ऊपरी आयु सीमा बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी।
इस बीच, योग को बढ़ावा देने के लिए, खट्टर ने कहा कि इस विषय को पहली से बारहवीं कक्षा तक स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा ताकि विद्यार्थी आसानी से प्राचीन अभ्यास को अपना सकें और लाभान्वित हो सकें। मुख्यमंत्री ने राज्य के नागरिकों को 337 वेलनेस सेंटर भी समर्पित किए। उन्होंने युवाओं से योग दिवस पर शपथ लेने का आह्वान किया कि वे नशे से दूर रहेंगे और हरित प्रदेश की दिशा में भी अपना योगदान देंगे।
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि योग मानव कल्याण का माध्यम है और योग के माध्यम से ही दुनिया में शांति, सद्भाव और भाईचारे की भावना को बढ़ावा दिया जा सकता है। राज्यपाल यहां हरियाणा राजभवन में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
यह भी पढ़ें- कांग्रेस का ‘अग्निपथ‘ योजना को लेकर विरोध ‘राजनीति से प्रेरित’: वीके सिंह