जसपुर: बिजली घर की स्थापना के बाद भी समस्या जस की तस

सुशील चौहान, जसपुर। भीषण गर्मी के चलते हो रही विद्युत कटौती से क्षेत्र की जनता अत्यधिक परेशान है। विद्युत कटौती से लोगों के कारोबार व फसलों की सिंचाई प्रभावित हो रही है। क्षेत्र में उद्योगों में वृद्धि होने व अन्य कारणों से बिजली की खपत बढ़ने पर आवश्यकतानुसार विद्युत का विस्तार किया गया, ताकि विद्युत …
सुशील चौहान, जसपुर। भीषण गर्मी के चलते हो रही विद्युत कटौती से क्षेत्र की जनता अत्यधिक परेशान है। विद्युत कटौती से लोगों के कारोबार व फसलों की सिंचाई प्रभावित हो रही है। क्षेत्र में उद्योगों में वृद्धि होने व अन्य कारणों से बिजली की खपत बढ़ने पर आवश्यकतानुसार विद्युत का विस्तार किया गया, ताकि विद्युत आपूर्ति सुचारु रूप से चलती रहे और क्षेत्र की जनता को विद्युत कटौती जैसी समस्याओं का सामना न करना पड़े। क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था में सुधार करने के लिए जसपुर के गांव गढ़ी हुसैन में वर्ष 2007 में करीब 10 एकड़ भूमि में 132 केवी बिजली घर (विद्युत ट्रांसमीशन केंद्र) की स्थापना की गई ।
यह केंद्र 132 केवी की बड़ी विद्युत लाइन से जुड़ा हुआ है। यह केंद्र 132 केवी की विद्युत लाइन से बिजली को 33-33 केवी में कन्वर्ट कर जसपुर व काशीपुर दोनों क्षेत्रों में जसपुर, महुवाडारा, पतरामपुर, अमृतपुर, सरबरखेड़ा, हलदुआ स्विमिंग स्टेशन, गढ़ी नेगी व पक्का कोट (काशीपुर) में बने छोटे विद्युत सब स्टेशनों को विद्युत आपूर्ति करने का कार्य करता है। इसके अलावा विद्युत उपभोक्ताओं की समस्याओं का त्वरित निस्तारण करने के लिए जसपुर क्षेत्र में विद्युत सब डिवीजन कार्यालय बनाया गया।
सब स्टेशनों की संख्या बढ़ाई गई। उसके बाद जसपुर में विद्युत व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाने के लिए विद्युत वितरण खण्ड कार्यालय की स्थापना की गई। लेकिन, विद्युत व्यवस्था का इतना बड़ा जाल बिछा होने के बावजूद उपभोक्ताओं को पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है। इतनी बड़ी व्यवस्था के बाद भी आजकल की भीषण गर्मी में बेतहाशा विद्युत कटौती हो रही है।
लगातार कई-कई बिजली गायब रहती है, जिससे लोग गर्मी से अपना बचाव नहीं कर पा रहे हैं। यदि लोग विद्युत कटौती की शिकायत करने पर अधिकारियों के पास कोई माकूल जवाब नहीं रहता है। विद्युत वितरणखंड जसपुर के अधिशासी अभियंता विजय कुमार सकारिया ने बताया कि विद्युत कटौती ऊपर ही होती है। यहां से कोई हस्तक्षेप नहीं है।