बरेली: हत्याकांडों की जांच अधूरी, पुलिस नहीं ले रही रुचि

बरेली, अमृत विचार। हाल फिलहाल में हुई वारदातों के खुलासे के बाद बरेली पुलिस खूब वाहवाही लूट रही है, लेकिन कैंट व बारादरी में हुए दो चर्चित हत्याकांडों को पुलिस सिरे से भूली बैठी है। दोनों ही मामलों का पुलिस अभी तक खुलासा नहीं कर सकी है। पुलिस की लेट लतीफी फाइलों को जल्द बंद …

बरेली, अमृत विचार। हाल फिलहाल में हुई वारदातों के खुलासे के बाद बरेली पुलिस खूब वाहवाही लूट रही है, लेकिन कैंट व बारादरी में हुए दो चर्चित हत्याकांडों को पुलिस सिरे से भूली बैठी है। दोनों ही मामलों का पुलिस अभी तक खुलासा नहीं कर सकी है। पुलिस की लेट लतीफी फाइलों को जल्द बंद करने की तरफ इशारा करती दिखाई दे रही है।

पहले मामले में कैंट थाना क्षेत्र के मोहनपुर ठिरिया के रहने वाले सेवानिवृत्त बैंक कर्मी सतीश कुमार के मानसिक मंदित बेटे रजत उर्फ अन्नू (22) का शव 1 दिसंबर 2021 को घर से कुछ ही दूरी पर सड़क किनारे खड़ी ट्रैक्टर ट्राली के बीच नग्न अवस्था में पड़ा मिला था। मामले की जांच में पुलिस ने परिजनों व ग्रामीणों से पूछताछ की थी, साथ ही अपने खुफिया तंत्र का इस्तेमाल करते हुए सुराग ढूंढने की कोशिश की थी लेकिन नाकाम रही।

दूसरे मामले में बारादरी थाना क्षेत्र के विवेक विहार कॉलोनी में महेंद्र सिंह वैद्य (70) का 4 दिसंबर का शव घर के अंदर पड़ा मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या करने की भी पुष्टि हुई थी। वहीं शुरुआती जांच में वैध के दो भतीजों मनोज व प्रदीप पर संपत्ति विवाद के चलते हत्या करने का आरोप लगाया गया था।

मामले में दोनों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज की गई थी। वहीं करीब दो बार बारादरी पुलिस की टीम आरोपियों को पकड़ने के लिए बदायूं पहुंची लेकिन दोनों बार खाली हाथ ही लौटी। दोनों ही मामलों में पुलिस ने पहले चुनाव का बहाना बनाकर टालमटोल की और उसके बाद से अब तक मामले में कोई खास सुराग नहीं ढूंढ पाई है।

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