आप भी पीते हैं खड़े होकर पानी तो आज ही छाेड़ दें ये आदत, जानिए क्या हैं इसके नुकसान

बड़े-बुजुर्गों से कभी न कभी आपकों डांट जरूर पड़ी होगी कि खड़े होकर नहीं बैठकर पानी पियो। क्या आपने सोचा है कि बड़े ऐसा क्यों कहते हैं। चलिए आज हम बताते हैं कि खड़े होकर पानी पीने से क्या लाभ हैं और क्या नुकसान। किडनी पर असर जब कोई व्यक्ति खड़े होकर पानी पीता है, …
बड़े-बुजुर्गों से कभी न कभी आपकों डांट जरूर पड़ी होगी कि खड़े होकर नहीं बैठकर पानी पियो। क्या आपने सोचा है कि बड़े ऐसा क्यों कहते हैं। चलिए आज हम बताते हैं कि खड़े होकर पानी पीने से क्या लाभ हैं और क्या नुकसान।
किडनी पर असर
जब कोई व्यक्ति खड़े होकर पानी पीता है, तो पानी बिना फिल्टर हुए निचले पेट की तरफ तेजी से बढ़ता है। जिसकी वजह से पानी में जमा अशुद्धियां पित्ताशय में जमा हो जाती हैं। जो किडनी के लिए बहुत हानिकारक होती हैं। किडनी का सही और सुचारू रूप से काम करना आपके जीवन के लिए कितना आवश्यक है। जब आप बैठकर और एक-एक घूंट पानी पीते हैं, तब आपके ब्लैडर में जमा गंदगी साफ हो जाती है। आपकी किडनी सही तरीके से काम करती हैं।
प्यास नहीं बुझती
खड़े होकर पानी पीने से भले ही पेट भर जाए लेकिन व्यक्ति की प्यास नहीं बुझती है। प्यास बुझाने के लिए बैठकर पानी के छोटे-छोटे घूंट पिएं। पानी शरीर के लिए बहुत आवश्यक है। एक व्यक्ति भोजन के बिना कई दिनों तक जीवित रह सकता है, लेकिन पानी के बिना जीवित रहने की संभावना काफी कम हो जाती है। शरीर का लगभग 70% हिस्सा पानी है। यदि शरीर में पानी की मात्रा 1% भी कम हो जाती है, तो हमें प्यास लगती है। जब आप पानी पीने के लिए बैठते हैं, तो आपके मस्तिष्क को एक स्पष्ट संकेत मिलता है कि पानी की आवश्यकता पूरी हो गई है। वहीं जब आप खड़े होकर पानी पीते हैं, तो आपकी प्यास नहीं बुझती।
पाचन क्रिया पर पड़ता है असर
व्यक्ति जब बैठकर पानी पीता है तो मसल्स और नर्वस सिस्टम रिलैक्स होती हैं और पानी आसानी से पच जाता है। जबकि खड़े होकर पानी पीने से अपच की समस्या पैदा होती है। जब भी आप खड़े होकर पानी पीते हैं, तो उससे पेट में प्रेशर के साथ पानी पहुंचता है। पानी का फोर्स अधिक होने से पेट, आसपास की जगह और आपके पाचन क्रिया पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए जब भी पानी पीएं, अच्छी तरह से बैठकर औए एक-एक सिप करके ही पीएं। इससे आपकी पाचन क्रिया सही रहेगी।
खाना खाने के तुरंत बाद क्यों नहीं पीना चाहिए पानी
माना जाता है कि खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीने से व्यक्ति की पाचन क्रिया पर बुरा असर पड़ता है। खाना खाने के तकरीबन आधे से एक घंटे तक पानी नहीं पीना चाहिए। ऐसा करने से पाचन क्रिया कमजोर होती है और ये सेहत के लिए नुकसानदेह होता है। वहीं अगर तीखा खाना खा रहे हैं तो घूंट-घूंटकर पानी पिएं। एक साथ ढेर सारा पानी पीने से खाना पचने में दिक्कत हो सकती है।
जोड़ों में दर्द की शुरुआत
खड़े होकर पानी पीने की आदत की वजह से पानी का बहाव तेजी से आपके शरीर से होकर जोड़ों में जमा हो जाता है। जिसकी वजह से हड्डियों और जोड़ों पर बुरा असर पड़ता है। हड्डियों के जोड़ वाले हिस्से में तरल पदार्थ की कमी की वजह से जोड़ों में दर्द के साथ हड्डियां कमजोर होना शुरू हो जाती हैं। कमजोर हड्डियों के चलते व्यक्ति गठिया जैसी बीमारी से पीड़ित हो सकता है।
बैठकर पानी पीने के फायदे
पानी बैठकर पीने से पानी सही तरीके से पचकर शरीर के सभी सेल्स तक पहुंचता है। व्यक्ति की बॉडी को जितने पानी की अवश्यकता होती है उतना पानी सोखकर वह बाकी का पानी और टॉक्सिन्स यूरीन के जरिए शरीर से बाहर निकल देता है। गरम पानी पीने से अतिरिक्त चर्बी नहीं बनती और वजन घटता है। बैठकर पानी पीने से खून में हानिकारक तत्व नहीं घुलते बल्कि ये खून साफ करते हैं।घूंट-घूंटकर पानी पीने से पेट में एसिड का स्तर नहीं बढ़ता बल्कि खराब एसिड शरीर से बाहर निकल जाता है।
फेफड़ों और दिल पर पड़ता है असर
खड़े होकर पानी पीने से फूड और विंड पाइप में होने वाली ऑक्सीजन की सप्लाई रुक जाती है। जिसका असर न केवल फेफड़ों पर बल्कि दिल पर भी पड़ता है। खड़े होकर पानी पीने से पेट के निचले हिस्से की दीवारों पर दबाव बनता है, जिससे पेट के आसपास के अंगों को बहुत नुकसान पहुंचता है। इस बुरी आदत के चलते कई लोगों को हर्निया का शिकार होना पड़ता है।
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