बदायूं: यूक्रेन में फंसे बदायूं के भी लोग, प्रशासन ने भेजी तीन की सूची

बदायूं,अमृत विचार। रूस व यूक्रेन के युद्ध में बदायूं के विद्यार्थी व अन्य लोग फंसे हुए हैं। हालांकि प्रशासन ने फिलहाल तीन लोगों की सूची भेजी है। इधर, इस संबंध में राहत आयुक्त ने डीएम को पत्र लिखा है। सभी ऐसे लोगों को फेसिलिटेट किए जाने के निर्देश दिए हैं जो इस युद्ध में फंस …
बदायूं,अमृत विचार। रूस व यूक्रेन के युद्ध में बदायूं के विद्यार्थी व अन्य लोग फंसे हुए हैं। हालांकि प्रशासन ने फिलहाल तीन लोगों की सूची भेजी है। इधर, इस संबंध में राहत आयुक्त ने डीएम को पत्र लिखा है। सभी ऐसे लोगों को फेसिलिटेट किए जाने के निर्देश दिए हैं जो इस युद्ध में फंस गए हैं। कीव में भारतीय दूतावास की वेब साइट जारी की गई है। प्रदश के सभी जिलों से निर्धारित प्रोफार्मा में नाम भेजने को कहा गया है।
एडवाइजरी से राहत आयुक्त को भी अवगत कराए जाने को कहा गया है। यूक्रेन में फंसे हुए प्रदेश के विद्यार्थियों/व्यक्तियों की स्वदेश वापसी को लेकर उन्हें फेसिलिटेट किए जाने के संबंध में राहत आयुक्त ने जिलाधिकारी को पत्र देकर निर्देशित किया है। इसमें कहा गया है कि विदेश मंत्रालय भारतीय दूतावास कीव यूक्रेन के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए संपर्क रखते हुए फेसिलेटेट करने में सहयोग किया जाए।
इसके साथ ही राहत की गूगल शीट पर सूचनाएं अविलंब दी जाएं। इसके अलावा आपदा प्रबंधन की हेल्प लाइन नंबरों का समन्वय में उपयोग किया जाना जाए। जिन डिस्ट्रेस काल के संबंध में भी जानकारी दी गई है। जो अभिभावकों को ऐसी कॉल प्राप्त हो रही हैं। वे छात्रों और व्यक्तियों से संपर्क स्थापित कर उनकी यथा योग्य सहायता प्रदान करने में सहयोगी बनें।
उन्हें पूरी प्रक्रिया बताकर संतुष्ट किया जाए। दिलासा दी जाए कि उनके परिजन यूक्रेन से वापस लाने के सभी प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं।अपडेट एडवाइजरी के बारे में भी संबंधितों को जानकारी दी जाए और उनको व्यवहार और कार्य से संतुष्ट किया जाए। भारतीय दूतावास कीव यूक्रेन की वेबसाइट पर इस तरह की जानकारियों को अपलोडेट करने की प्रक्रिया जारी है।
पत्र में जिलाधिकारी को बताया गया है कि संबंधितों के द्वारा बताई गई जानकारी वेबसाइट पर अपलोडेट एडवाइजरीज के अनुरूप कार्रवाई करने को सूचित किया जाए। इस संबंध में राहत आयुक्त को भी पूरी जानकारी दी जाए।
यूक्रेन में फंसे विद्यार्थी अपनी परेशानी परिवार से कर रहे हैं साझा
युद्ध के बीच बदायूं के भी छात्र-छात्राएं यूक्रेन में फंसे हुए हैं। वे बेहद डरे हुए हैं और परेशानी का सामना करने को मजबूर हैं। फंसे हुए छात्र-छात्राओं के परिजनों की सांसे उनके लिए अटकी हुई हैं। कुछ लोग इस संबंध में जिला प्रशासन से भी संपर्क में हैं। प्रशासन ने शादाब, आकाश ओर आनन्द को सूची बद्ध किया है। जैसे -जैसे जानकारी आती जा रही है। नाम सूची बद्ध किए जा रहे हैं और राहत आयुक्त को भी सूचना दी जा रही है।
बगरैन कस्बा के कैमिस्ट राजेश कुमार गुप्ता का पुत्र आकाश गुप्ता यूक्रेन मे एम बी बी एस,एम की पढ़ाई की छ:वर्ष से अध्ययन रत है जो कि उसकी पढाई की लास्ट ईयर है।वह यूक्रेन में खारकिव नाम की जगह पर है।राजेश कुमार अपने इकलौते पुत्र को लेकर वहां की परस्थितियों को लेकर काफी चिंतित हैं क्योंकि उनके लड़के का 28 फरवरी को वापिसी का टिकट है।
यूक्रेन के टर्नोपिल में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही। शहर के मोहल्ला चौधरी सराय की मोहिताशफ भी युद्ध के बीच में फंसकर रह गई है। डॉ आरिफ की पुत्री हैं। उन्होंने अपना दर्द वयां किया है।
बदायूं के डीएम रोड दिल्ली पब्लिक स्कूल के पास के निवासी डॉ राघवेंद्र यादव के पुत्र आनंद यादव एमबीबीएस की आखिरी वर्ष में हैं। उन्होंने अपने परिजनों को फोन कर बताया कि यूक्रेन के खारकीव में वह हैं और बेहद परेशान हैं। बंकरों पर यूक्रेन के सैनिकों का कब्जा है। उसमें शरण नहीं लेने का रोक दिया गया है। खाने और पानी की कोई व्यवस्था नहीं हैं।
शहर के मोहल्ला नाहर खां सराय निवासी मोहम्मद अयाज अंसारी भी यूक्रेन में मेडीकल का छात्र है। इनकी मां रहनुमा बी पत्नी अंजुम ने बताया कि युद्ध के बाद वह वहां फंसा हुआ है और बेहद परेशान है।
रूस में भी फंसे, बेचैन हैं बदायूं के विद्यार्थी
शहर के निवासी कानूनगो जोगेंद्र यादव की बेटी कामिनी यादव रूस के अरखगिल्स शहर में है। यादवपुरी के लेखपाल छत्रपाल यादव के पुत्र अरुण यादव भी इसी शहर में हैं और युद्ध के बाद खौफजदा हैं। वे निरंतर अपने अभिभावकों के संपर्क में हैं।