संभल : किराये के भवन में चल रहा रोडवेज बस स्टेशन, चुनाव में बना मुद्दा

संभल : किराये के भवन में चल रहा रोडवेज बस स्टेशन, चुनाव में बना मुद्दा

संभल, अमृत विचार। संभल का रोडवेज बस स्टेशन वर्षों से किराये के भवन में चल रहा है। इसी वजह से परिवहन विभाग यात्रियों के लिए सुविधाएं मुहैया नहीं करा पा रहा है। पिछले कई सालों से संभल वासियों की मांग पर वाजिदपुरम के पास जमीन चिन्हित होने पर भी रोडवेज बस स्टेशन का निर्माण कार्य …

संभल, अमृत विचार। संभल का रोडवेज बस स्टेशन वर्षों से किराये के भवन में चल रहा है। इसी वजह से परिवहन विभाग यात्रियों के लिए सुविधाएं मुहैया नहीं करा पा रहा है। पिछले कई सालों से संभल वासियों की मांग पर वाजिदपुरम के पास जमीन चिन्हित होने पर भी रोडवेज बस स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू नहीं कराया गया। हल्की बारिश होने पर ही रोडवेज बस स्टेशन तालाब में तब्दील हो जाता है, जिसकी वजह से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

चुनाव के दौरान सभी प्रत्याशी रोडवेज बस स्टेशन बनवाने का जनता से वादा करते हैं, लेकिन चुनाव होने के बाद कोई भी नेता पलटकर नहीं देखता है। बता दें कि संभल एक ऐतिहासिक शहर है, जो अपने अंदर सैकड़ों साल से अधिक समय का इतिहास समेटा हुआ है। संभल शहर कब बसाया गया था, इसके पुख्ता प्रमाण तो नहीं मिले हैं, लेकिन द्वापर युग में भगवान कृष्ण के यहां आने के साक्ष्य आज भी मौजूद हैं। एक समय में संभल पृथ्वीराज चौहान की राजधानी थी।

आज सब कुछ बदल चुका है, संभल राजनीति की भेंट चढ़ चुका है। प्रदेश में बनी सरकारों में संभल की हिस्सेदारी रही है और सभी सरकारों में संभल में सभी पार्टियों के नेता मंत्री रहे हैं, लेकिन संभल की मूलभूत सुविधाओं पर किसी ने ध्यान नहीं दिया है। संभल में आज भी रोडवेज बस स्टेशन किराये के भवन में संचालित हो रहा है, जिसका हर माह 30 हजार के लगभग किराया भवन स्वामी को दिया जाता है।

इसके बाद भी बस स्टेशन की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि हल्की बारिश होने पर ही तालाब में तब्दील हो जाता है, जिससे स्टेशन मास्टर और यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बस स्टेशन के शहर के अंदर होने की वजह से जाम लगा रहता है। शहरवासी और समाजसेवी कई वर्षों से संभल के पास सभी सुविधाओं से लैस रोडवेज बस स्टेशन के निर्माण की मांग कर रहे हैं, जिसके लिए 2020 में प्रशासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी बी. राम शास्त्री ने संभल का दौरा किया था, तो उस समय भाजपा के कुछ नेताओं ने रोडवेज बस स्टेशन के निर्माण कराने को लेकर यह मुद्दा उठाया था, लेकिन नोडल अधिकारी ने मुद्दा उठाने वाले लोगों की बात उच्चाधिकारियों तक पहुंचाई थी।

इसके बाद से रोडवेज बस स्टेशन के निर्माण के लिए वाजिदपुरम के पास 2230 वर्ग मीटर जमीन चिन्हित की गई थी। उस समय परिवहन निगम के अधिकारियों ने एसडीएम को पत्र लिखकर जमीन परिवहन विभाग के नाम कराने की मांग के बाद प्रस्ताव मुख्यालय भेजने की बात कही थी, लेकिन एक साल से ज्यादा का वक्त गुजरने के बाद भी बस स्टेशन निर्माण कराने की प्रक्रिया बाउंड्री कराने से आगे नहीं बढ़ सकी है, जिससे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रोडवेज बस स्टेशन का निर्माण होने से शहरवासियों को फायदा मिलेगा।

जब से मैं आया हूं, उससे पहले से ही रोडवेज बस स्टेशन किराये के भवन से ही संचालित किया जा रहा है। बस स्टेशन का निर्माण कराने के लिए चिन्हित जमीन पर बाउंड्री करा दी गई है, इसके बाद से निर्माण कार्य बंद पड़ा है। निर्माण कार्य कब शुरू होगा इस बारे में अभी कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है। -महर अख्तर, स्टेशन मास्टर

सरकार किसी भी पार्टी की बने, लेकिन विधायक ऐसा होना चाहिए जो शहर में विकास करा सके। संभल से जीतकर विधायक सरकार में मंत्री भी रहे हैं, लेकिन किसी ने युवाओं और विकास की ओर ध्यान नहीं दिया है। रोडवेज स्टेशन का निर्माण आज तक नहीं हुआ है। हमारा मुरादाबाद के लिए आना जाना रहता है। बस स्टेशन नहीं होने से दिक्कत होती है। -नवाब अहमद, निवासी सिरसी

जब से होश संभाला है तब से रोडवेज स्टेशन को ऐसी ही हालत में देखते आ रहे हैं। बस स्टेशन पर यात्रियों के लिए कोई मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। हल्की सी बारिश में पानी भर जाता है, जिससे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। विधायक ऐसा होना चाहिए जो लोगों की परेशानियों को समझ सके और बस स्टेशन बनवा सके।
-इनामुलहक, निवासी सरायतरीन

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