अयोध्या: कोरोना की बढ़ी रफ्तार, 600 पार पहुंचा आंकड़ा….

अयोध्या: कोरोना की बढ़ी रफ्तार, 600 पार पहुंचा आंकड़ा….

अयोध्या। अयोध्या जनपद में कोरोना की रफ्तार रोजाना तेजी पकड़ रही है। संक्रमितों का आंकड़ा 600 पार पहुंच गया है। रोजाना यहां 100 के पार मरीज आ रहे हैं। इसके बाद भी यहां प्रोटोकॉल का पालन कहीं नहीं हो रहा है। बाजारों से लेकर सरकारी दफ्तरों तक में कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा …

अयोध्या। अयोध्या जनपद में कोरोना की रफ्तार रोजाना तेजी पकड़ रही है। संक्रमितों का आंकड़ा 600 पार पहुंच गया है। रोजाना यहां 100 के पार मरीज आ रहे हैं। इसके बाद भी यहां प्रोटोकॉल का पालन कहीं नहीं हो रहा है। बाजारों से लेकर सरकारी दफ्तरों तक में कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है। यह हाल तब है जब जिला अस्पताल से लेकर निजी अस्पतालों में जुकाम खांसी और बुखार के मरीजों में भी बढ़ोतरी हो रही है।

कोरोना से बेपरवाह लोग बिना मास्क के घूम रहे बाजारों में।

कोरोना के केसों में आ रहा जबरदस्त उछाल

ऐन चुनाव के मौके पर कोविड के बढ़ते प्रकोप ने एक बार फिर पहली और दूसरी लहर जैसे मंजर की ओर इशारा शुरू कर दिया है। दिसम्बर के अंतिम पखवाड़े तक दहाई में आ रहे कोरोना के केसों में जबरदस्त उछाल के बाद जनवरी के दूसरे सप्ताह में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। रोजाना आने वाले कोरोना बुलेटिन में अब कोरोना पाजटिव आने वालों की तादाद सौ से कम नहीं आ रही है।

इसके बाद भी कोरोना गाइड लाइन का पालन न आमजन कर रहा है न इसकी चिंता है। पहली और दूसरी लहर में सड़कों पर उतर कर प्रोटोकॉल का पालन करने वाली पुलिस भी चुनावी बयार में उलझी दिखाई दे रही है।

बाजारों में लगा है मेला, किसी के चेहरे पर नहीं दिख रहा मास्क

गाइडलाइन है कि भीड़भाड़ न हो, लेकिन बाजारों में देख लीजिए मेला लगा रहता है। दुकानदारों को निर्देश है बिना मास्क के न रहें, न सामान दें लेकिन कहीं इसका पालन नहीं हो रहा है। सरकारी और निजी अस्पतालों में चंद चिकित्सक और जागरूक लोगों के चेहरों पर ही मास्क दिखाई देता है, बाकी किसी के नहीं। शहर के चुंगी चौराहे पर खड़े पुलिस कर्मियों को भी मास्क की सुधि नहीं।

सैनिटाइजर और सैनिटाइजेशन दोनों तीसरी लहर के दौरान नहीं दिखाई दे रहा है। इस बार तो जिला प्रशासन की ओर से कोविड के प्रकोप को लेकर की जाने वाली कवायदें भी कहीं नजर आ रही हैं। नगर निगम और नगर पंचायतों की ओर से पहले की तरह किया जाने वाला सैनिटाइजेशन भी इस बार नदारद है। विशेषज्ञों की मानें तो लोगों की लापरवाही भविष्य में भारी पड़ सकती है।

अगर लोग जागरूक नहीं हुए तो कोविड के मरीजों की संख्या और भी बढ़ सकती है। यह हाल तब है जब कोरोना जांच की रफ्तार भी पहले की तरह नहीं है। पहले टीमें वार्डों में जा जा कर जांचें करती थी इस बार अभी इसकी कवायद ठंडी पड़ी है।

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