बरेली: आधे-अधूरे उठान के साथ आज से शुरू हो सकता है खाद्यान वितरण

बरेली: आधे-अधूरे उठान के साथ आज से शुरू हो सकता है खाद्यान वितरण

बरेली, अमृत विचार। जनवरी में पहले चक्र का वितरण कराने के लिए कोटेदारों तक खाद्यान पहुंचाना पिछले सप्ताह ही शुरू कर दिया गया था। बुधवार दोपहर तक महज 24 फीसदी के आसपास कोटेदारों को खाद्यान मिल पाया था। इस बार पूर्ति विभाग सिंगल स्टेज व्यवस्था के तहत कोटेदारों तक खाद्यान पहुंचा रहा है। पूर्ति विभाग …

बरेली, अमृत विचार। जनवरी में पहले चक्र का वितरण कराने के लिए कोटेदारों तक खाद्यान पहुंचाना पिछले सप्ताह ही शुरू कर दिया गया था। बुधवार दोपहर तक महज 24 फीसदी के आसपास कोटेदारों को खाद्यान मिल पाया था। इस बार पूर्ति विभाग सिंगल स्टेज व्यवस्था के तहत कोटेदारों तक खाद्यान पहुंचा रहा है। पूर्ति विभाग का पूरा जोर इस पर है कि जल्द से जल्द वितरण शुरू कराया जाए ताकि गरीब राशन कार्ड धारकों को समय से खाद्यान मिल सके। सब कुछ ठीक रहा तो गुरुवार से पूर्ति विभाग खाद्यान का वितरण शुरू करा देगा।

बता दें कि जिले में 7.89 लाख कार्ड धारकों को 1.72 लाख कुंतल खाद्यान का वितरण किया जाना है जिसमें से बुधवार दोपहर तक करीब 42 हजार कुंतल खाद्यान 26.8 हजार कुंतल गेहूं और 15.5 हजार कुंतल चावल कोटेदारों तक पहुंच गया था। पिछली बार चने की आपूर्ति बाधित होने के कारण देरी से वितरण शुरू हो पाया था। बता दें कि इस बार भी राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत चना, नमक और रिफाइंड तेल का मुफ्त वितरण गेहूं और चावल के साथ किया जाएगा। पिछली बार जैसी स्थिति पैदा न हो इसके लिए इन तीनों खाद्य सामग्रियों की आपूर्ति करा ली गई है।

पूर्ति विभाग के अधिकारियों के मुताबिक लगभग 70 फीसद चना, नमक और रिफाइंड तेल की आपूर्ति नफेड द्वारा हो चुकी है। बात दें कि जिलाधिकारी ने मंगलवार रात ही अधिकारियों के साथ बैठक कर सुचारू रूप से वितरण शुरू कराने के निर्देश दिए थे। बैठक में बाट माप विभाग, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, एसएफसी, जिलापूर्ति विभाग आदि विभागों के अधिकारियों को खाद्यान वितरण पर निगरानी बनाए रखने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिए थे।

जल्द से जल्द पहले चक्र का खाद्यान वितरण शुरू कराने की कोशिश की जा रही है। सिंगल स्टेज डोर स्टेप डिलीवरी के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत बांटा जाने वाला खाद्यान कोटेदारों तक पहुंचाया जा रहा है। चना, नमक और रिफाइंड की आपूर्ति भी नफेड से 70 प्रतिशत हो चुकी है।    –नीरज सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी