लखीमपुर-खीरी: टेनी ने अब फीता काटा तो जान की बाजी लगा देगा सिख संगठन

लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। तिकुनियां हिंसा को लेकर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के दिए बयानों से किसानों और सिख संगठन में गुस्सा है। मंगलवार को सिख संगठन और भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले तमाम किसान विलोबी मैदान पहुंचे और प्रदशर्न किया। सिख संगठन ने प्रशासन से जिले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री टेनी के कायर्क्रमों …
लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। तिकुनियां हिंसा को लेकर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के दिए बयानों से किसानों और सिख संगठन में गुस्सा है। मंगलवार को सिख संगठन और भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले तमाम किसान विलोबी मैदान पहुंचे और प्रदशर्न किया।
सिख संगठन ने प्रशासन से जिले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री टेनी के कायर्क्रमों में शामिल होने और फीता काटने पर कड़ा रोष जताया। संगठन ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि टेनी ने अब जिले में कोई कायर्क्रम किया या फीता काटा तो किसान जान की बाजी लगा देगा। इसके बाद किसान प्रदशर्न करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा।
केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने हाल में ही तिकुनियां सिंह पर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि तिकुनियां में किसानों की हत्या नहीं हुई थी। वह एक महज हादसा था। केंद्रीय मंत्री का यह बयान आने के बाद से किसान संगठनों और सिख संगठन आक्रोषित हैं। मंगलवार को तमाम किसान सिख संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जसबीर सिंह विकर् के नेतृत्व में शहर के मोहल्ला हाथीपुर स्थित गुरुदारा में पहले एकत्र हुए। जहां उन्होंने एक बैठक की और केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी का विलोबी मैदान में पुतला फूंकने की रणनीति बनाई।
इसकी भनक लगते ही पुलिस और प्रशासनिक अफसर सतकर् हो गए। सीओ सिटी अरविंद कुमार वमार्, एसडीएम सदर राजेश कुमार फोसर् के साथ गुरुद्वारा पहुंचे। सीओ सिटी ने करीब पौन घंटे तक सिख संगठन और किसानों से वातार् की और पुतला फूंकने पर कारर्वाई की चेतावनी दी, लेकिन सिख संगठन अपनी बात पर अड़ गया।
सिख संगठन और किसानों की मंशा भांपकर विलोबी हॉल में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। अधिकारियों ने फोसर् को हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निदर्ेश दिए। पुलिस की सख्ती देख किसानों और सिख संगठन ने पुतला फूंकने का कायर्क्रम निरस्त कर दिया।
गुरुद्वारा पर बैठक करने के बाद सिख संगठन के लोग तमाम किसानों के साथ दोपहर करीब दो बजे विलोबी पहुंचे। पुलिस ने विलोबी मैदान में प्रवेश करने वाली किसानों और सिख संगठनों की गाड़ियों की बारीकी से चेकिंग की। किसानों के पहुंचते ही पुलिस जवान भी अलटर् हो गए। किसानों ने विलोबी हाल में शांतिपूवर्क प्रदशर्न किया।
बाद में किसान जुलसू की शक्ल में नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे, जहां निवार्चन कायार्लय में बैठक डीएम महेंद्र बहादुर सिंह को राष्टपति को संबोधोति ज्ञापन सौंपा। सिख संगठन ने कहा कि तिकुनियां में तीन अक्तूबर को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के पुत्र ने विरोध प्रदशर्न कर रहे किसानों पर गाड़ी चला दी थी। जिसमें तीन किसानों और एक पत्रकार की मौत हो गई। कई लोग घायल हो गए थे। मामले की जांच कर रही एसआईटी ने इस घटना को सुनियोजित माना था। जिस पर हादसे में मौत की हुई धारा हटाकर अन्य धाराएं बढ़ाई गईं थी। इसके बाद भी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नितिन गडकरी लापरवाही से गाड़ी चालाना और दुघर्टना का मामला बताते हुए तिकुनियां हिंसा मामले में राजनीति न करने की हिदायत दी थी।
इससे साफ है कि केंद्रीय परिवहन मंत्री को अपने ही पुलिस अधिकारियों, सुप्रीम कोटर् और सेवानिवृत जज पर भरोसा नहीं है। किसान संगठन का आरोप है कि यह बयानबाजी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी को बचाने के लिए की जा रही है। सिख संगठन ने कहा कि नितिन गडकरी पर अदालत की अवमानना का मामला चलना चाहिए। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री कायर्क्रमों में शिरकत कर फीता काट रहे हैं। वह गवाहों को भी धमका रहे हैं। इसिलए जिले में उनके कायर्क्रमों और फीता काटने पर रोक लगाई जाए।
उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अब टेनी ने कोई कायर्क्रम में हिस्सा लिया और फीता काटा तो किसान व सिख संगठन कड़ा विरोध करेंगे और अपनी जान की बाजी लगा देंगे। इस दौरान मान सिंह मान, बब्बर पाल सिंह, पहरिवंदर पाल सिंह, भूपेंद्र सिंह आदि रहे।
टेनी को बखार्स्त कर भेंजे जेल
किसान संगठनों ने कहा कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी एफआईआर में सुनियोजित साजिश के तहत नामजद हैं। उन्हें तत्काल प्रभाव से पद से हटाया जाए। घटना में प्रयुक्त उनकी गाड़ी बिना बीमा के चल रही थी। ढाई महीने बीत जाने के बाद भी परिवहन विभाग के अधिकारियों ने मंत्री पर अभी तक कोई कारर्वाई नहीं की है। इसलिए परिवहन अधिकारी को बखार्स्त किया जाए।
भाकपा माले ने टेनी सहित अन्य मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
भाकपा माले ने विलोबी मैदान में धरना-प्रदशर्न किया। राष्ट्रपित को संबोधित एक नौ सूत्री ज्ञापन डीएम को सौंपा। ज्ञापन में तिकुनियां हिंसा मामले में एसआईटी की जांच रिपोटर् में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की संलिप्तता पाई गई है। इस वजह से केंद्रीय मंत्री के पद पर बने रहने से न्यायिक प्रक्रिया प्रभावित होने की आशंका है। इसलिए उन्हें पद से हटाया जाए और उन्हें गिरफ्तार किया जाए। खाद्य, तेल आदि की कीमतों पर हो रही बेतहाशा वृद्धि पर रोक लगाई जाए।
गन्ना किसानों का बकाया भुगतान अविलंब कराने, महिलाओं के उत्पीड़न पर रोक लगाने, डीजल-पेट्रोल और रसोई गैस की बढ़ी कीमतों को वापस लेने आदि की मांग की गई है। धरना-प्रदशर्न में एपवा की सावित्री देवी, मदन सिंह, अरविंद कुमार, बैजनाथ, मुसाफिर, आखाश दीक्षित, राजेश कुमार, लेखराम आदि लोग शामिल रहे।