रायबरेली: कोरोना की तीसरी लहर का खतरा फिर भी टीकाकरण में खेल, जानें क्या है पूरा मामला
रायबरेली। कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बढ़ गया है। वहीं, जिले में कुछ जगहों पर कोविड टीकाकरण की प्रगति रिपोर्ट बढ़ नहीं रही है, लेकिन पोर्टल से नाम खारिज करने का खेल चल रहा है। डीह, बेलाभेजा, गौरा और डलमऊ ब्लॉक इस कारस्तानी में सबसे आगे हैं। ऐसे में दो मामले सामने आए। इनके …
रायबरेली। कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बढ़ गया है। वहीं, जिले में कुछ जगहों पर कोविड टीकाकरण की प्रगति रिपोर्ट बढ़ नहीं रही है, लेकिन पोर्टल से नाम खारिज करने का खेल चल रहा है। डीह, बेलाभेजा, गौरा और डलमऊ ब्लॉक इस कारस्तानी में सबसे आगे हैं। ऐसे में दो मामले सामने आए।
इनके प्रमाणपत्र देखे गए तो मालूम चला कि एक का नाम डीह में और दूसरे का प्रतापगढ़ के सांगीपुर में खारिज कर दिया गया। इससे टीकाकरण तो प्रभावित हो ही रहा है। गलत रिपोर्ट भी तैयार हो रही है। मलिकमऊ कालोनी की मालती दूसरा टीका लगवाने के लिए जिला अस्पताल पहुंचीं।
पढ़ें: लखनऊ: आबादी के हिसाब से विकसित किए जाएंगे पार्क और कन्वेंशन सेंटर
कोविड पोर्टल पर जब उनका मोबाइल नंबर डाला गया तो पता चला कि उनका नाम डीह सीएचसी से खारिज किया जा चुका है। रतापुर के वीरेंद्र बहादुर सिंह देवानंदपुर पीएचसी दूसरा टीका लगवाने पहुंचे। उनका नाम प्रतापगढ़ के सांगीपुर में खारिज कर दिया गया है। उन्होंने पहला टीका वहीं लगवाया था। मालती को पहला टीका बरगद चौराहे के पास कैंप में लगाया गया था। दोनों को दूसरी डोज नहीं लग सकी। इस तरह के मामले रोजाना आ रहे हैं। अफसर जांच की बात कहते हैं।
लिस्ट से निकाल रहे डेटा..
नियमों की बात की जाए तो पहला टीका लगने के 84 दिन बाद दूसरा टीका लगाया जाना है। बहुत से लोग किन्हीं कारणवश 84 दिन बाद दूसरा टीका लगवाने नहीं पहुंच पाते हैं। ऐसे लोगों की सूची बनाई जाती है, जिसे ड्यू लिस्ट कहते हैं। इसी सूची से लोगों के नाम व मोबाइल नंबर निकालकर पोर्टल से उनका नाम खारिज किया जा रहा है।
हम पता करने की कोशिश कर रहे हैं कि कोविड पोर्टल पर कहां से गड़बड़ी हो रही है। ऐसे लोगों को टीका लगाया जाएगा, जिनका नाम बिना टीकाकरण के ही खारिज कर दिया गया।
डॉ वीरेंद्र सिंह (मुख्य चिकित्सा अधिकारी)