अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस पर अफगानिस्तान में यूनिसेफ ने बंद किया डिजिटल चैनल
काबुल। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ) ने अफगानिस्तान में अपने डिजिटल चैनलों को शनिवार को बंद कर दिया और इसी के साथ ही देश में चुनौतियों से जूझ रहे बच्चों की स्थिति को देखने का जरिया बंद हो गया। संयुक्त राष्ट्र संघ ने कहा कि इस साल यूनीसेफ अफगानिस्तान में अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस नहीं मनायेगा। …
काबुल। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ) ने अफगानिस्तान में अपने डिजिटल चैनलों को शनिवार को बंद कर दिया और इसी के साथ ही देश में चुनौतियों से जूझ रहे बच्चों की स्थिति को देखने का जरिया बंद हो गया। संयुक्त राष्ट्र संघ ने कहा कि इस साल यूनीसेफ अफगानिस्तान में अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस नहीं मनायेगा।
यूनिसेफ ने एक बयान में कहा कि अफगानिस्तान के बच्चों के बीच तेजी से बढ़ते मानवीय संकट के कारण इस साल यहां अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस नहीं मनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस दिन यूनिसेफ बच्चो के लिये नीला हो जाता है लेकिन यहां काला हो गया। बयान में कहा गया है कि सूखी सर्दी और कमजोर फसल के बाद देशभर में सूखा और खाद्य असुरक्षा जैसे स्थिति बनी है।
अफगानिस्तान में 140 लाख बच्चों के पास खाने के लिये पर्याप्त खाना नहीं है। बहुत लोगों को यह तक नहीं पता है कि उनका खाना कहां से आ रहा है। बयान के मुताबिक देश में 10 लाख से अधिक बच्चों को गंभीर तीव्र कुपोषण (एसएएम) से अगर तत्काल उपचार नहीं मिला तो उनकी मौत का खतरा है।
यहां खसरा भी तेजी से पैर पसार रहा है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस प्रत्येक वर्ष 20 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय एकजुटता को बढ़ावा देने, दुनिया भर में बच्चों के बीच जागरुकता और बच्चों की देखभाल में सुधार के लिए मनाया जाता है। इसे सबसे पहले 1954 में मनाया गया था।