बरेली: अफसरों में नहीं सामंजस्य, अनदेखी राहगीरों को जाम में फंसा रही

बरेली, अमृत विचार। एनएचएआई, लोक निर्माण विभाग और प्रशासन के बीच सामंजस्य की कमी का नुकसान राहगीरों को झेलना पड़ रहा है। इसमें जनप्रतिनिधियों की भी लापरवाही खूब रही। चुनाव के दौरान वोटों के लिए तो जनप्रतिनिधि खूब अपने क्षेत्रों का भ्रमण करते हैं लेकिन उसके बाद आमजन की दिक्कतों को नजरअंदाज करते हैं। अधिकारियों …
बरेली, अमृत विचार। एनएचएआई, लोक निर्माण विभाग और प्रशासन के बीच सामंजस्य की कमी का नुकसान राहगीरों को झेलना पड़ रहा है। इसमें जनप्रतिनिधियों की भी लापरवाही खूब रही। चुनाव के दौरान वोटों के लिए तो जनप्रतिनिधि खूब अपने क्षेत्रों का भ्रमण करते हैं लेकिन उसके बाद आमजन की दिक्कतों को नजरअंदाज करते हैं। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की अनदेखी की वजह से बरेली जनपद के दो नेशनल हाईवे और एक स्टेट हाईवे पर राहगीर जाम का नरक झेल रहे हैं।
पीलीभीत हाईवे पर रिठौरा के पास जर्जर सकरी पुलिया, बीसलपुर रोड पर कमुआ मोड़ के पास सकरी पुलिया पर प्रतिदिन जाम लग रहा है। दोनों पुलिया की रेलिंग लंबे समय पहले टूट गई थी। पुलिया की स्थिति भी ज्यादा वजन सहने की नहीं है। दोनों तरफ से वाहनों के आने से पुलिया पर जाम लगता है। बरेली-सीतापुर हाईवे पर हुलासनगरा के पास अधूरा ओवरब्रिज सालों से पड़ा है। यहां तो सालों से राहगीर नरक झेल रहे हैं। शासन से लेकर दिल्ली तक एनएचएआई के अफसरों की लापरवाही गूंजी। रेलवे के अधिकारियों ने भी हुलासनगरा क्रासिंग पर आरओबी बनाने में लापरवाही बरती है।
पुराने गार्डर रखने के बाद उनकी जांच कराने को लेकर रुड़की आईटीआई और बनारस यूनिवर्सिटी के तकनीकी विभाग से जांच कराने के लिए कई बार पत्राचार भी हुआ। बनारस यूनिवर्सिटी से तकनीकी रिपोर्ट में नए गार्डरों से आरओबी बनाने की बात कही लेकिन रेलवे की ओर से मामला फंसा है। कुछ हिस्से का निर्माण एनएचएआई को भी करना है। मंडलायुक्त आर रमेश कुमार, पूर्व वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल से लेकर सांसद धर्मेंद्र कश्यप तक केंद्रीय रेल मंत्री से पत्राचार कर निर्माण पूरा कराने की मांग कर चुके हैं।
बीसलपुर रोड पर कमुआ मोड़ की पुलिया पर लगा जाम
बीसलपुर रोड पर कमुआ मोड़ के पास सकरी पुलिया पर रविवार दोपहर जाम लग गया। इससे दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। टेंपो, बसें और कारें समेत दोपहिया वाहन सवार भी जाम में फंस गए। इससे त्राहि-त्राहि मच गई। आधे घंटे से ज्यादा समय तक वाहन फंसे रहे। किसी तरह वाहनों को पास करके जाम खुलवाया गया। यहां पर सकरी पुलिया है। मोड़ होने से भी दुर्घटना का खतरा रहता है। इसके बावजूद पुलिस कर्मियों की यहां दिन में ड्यूटी नहीं रहती है।
चौपुला पुल दिनभर जाम, सड़कें कराहती रहीं
शहर की बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। रोज शहर के अधिकांश हिस्सों में जाम लग रहा है। रविवार को चौपुला पुल समेत कई क्षेत्रों में दिनभर जाम लगा। इससे राहगीरों को दिक्कतें झेलनी पड़ीं। चौपुला चौराहा, कुतुबखाना, इस्लामियां मार्केट, अस्पताल रोड, बरेली- शाहजहांपुर रोड बरेली बदायूं रोड और चौपुला ओवरब्रिज पर वाहनों की लंबी कतारें लगने से करीब दो घंटे तक वाहन फंसे रहे। ऐसे में जहां राहगीरों को दिक्कत हुई।
वहीं रोगी वाहन फंसने से रोगियों की जान पर भी बन गई। यातायात व्यवस्था देख रहे पुलिस कर्मी आराम से बाते करते दिखाई दिए। बरेली शहर में कई सड़कों की सीवर लाइन की खुदाई होने के बाद भी मरम्मत नहीं हुई। ऐसे में वाहन धीमी गति से चलने के कारण भी जाम की समस्या पैदा हो रही है। ऊपर से शादियों का सीजन आ गया है। सड़कों पर बैंड समेत वाहनों के खड़े होने से भी जाम की समस्या ज्यादा बन रही है। रविवार को चौपुला से बदायूं जाने वाले रोड पर बने ओवरब्रिज पर कई बैंड की ठेलियां आने से वाहनों की गति थम गई। चौपुला पर जाम लगने से कुतुबखाना रोड पर भी जाम के हालात बन गए।
कुतुबखाना रोड पर जाम लगने से राजकीय इंटर कॉलेज वाली रोड और इस्लामियां मार्केट और अस्पताल रोड पर जाम की स्थिति बन गई। अस्पताल रोड पर लगे जाम में राहगीरों के साथ साथ एंबुलेंस भी फंस गई। जबकि कोतवाली के सामने यातायात व्यवस्था देख रहे पुलिस कर्मी आराम से खड़े रहे।
उन्होंने एंबुलेंस निकलवाने तक की जिम्मेदारी नहीं समझी। ऐसे ही हालात बरेली-शाहजहांपुर रोड पर बन गए। यहां शाम 5 बजे से 6 बजे तक जाम की स्थिति रही। वाहन धीरे धीरे रेंगते रहे। करीब एक घंटे बाद बरेली शाहजहांपुर रोड पर लोगों को जाम की समस्या से निजात मिल सकी।