बरेली: दो गुट में बंटे ठेकेदार, भ्रष्टाचार के आरोपों से भी मुकरे

बरेली, अमृत विचार। नगर निगम के निर्माण विभाग में भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में हुई शिकायतों को लेकर ठेकेदारों के बीच दो गुट बन गए हैं। एक गुट का दावा है कि उनसे शिकायत पर उनकी मर्जी के बगैर हस्ताक्षर करा लिए गए। अब वे अपनी शिकायत से मुकर रहे हैं। सोमवार को ठेकेदारों का …
बरेली, अमृत विचार। नगर निगम के निर्माण विभाग में भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में हुई शिकायतों को लेकर ठेकेदारों के बीच दो गुट बन गए हैं। एक गुट का दावा है कि उनसे शिकायत पर उनकी मर्जी के बगैर हस्ताक्षर करा लिए गए। अब वे अपनी शिकायत से मुकर रहे हैं। सोमवार को ठेकेदारों का एक गुट नगर आयुक्त से मिलने भी गया और अपनी दिक्कत भी रखी।
बीते दिनों एक गुट ने नगर आयुक्त को ज्ञापन देकर भुगतान नहीं होने, कमीशन मांगने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की थी। इस संबंध में कई ठेकेदारों के हस्ताक्षर वाला ज्ञापन नगर आयुक्त अभिषेक आनंद को सौंपा था। सोमवार को ठेकेदारों के दूसरे गुट ने गौरव चौहान के नेतृत्व में नगर आयुक्त को बताया कि 21 अक्टूबर को नगर निगम कांट्रेक्टर एसोसिएशन द्वारा दिए गए ज्ञापन में हम ठेकेदारों के हस्ताक्षर गलत सूचना देकर कराए गए।
एसोसिएशन का पंजीकरण समाप्त हो चुका है। उसका अब तक कोई चुनाव भी नहीं कराया गया है। इसके अलावा कुछ दिन पहले पूर्व पार्षद राजेश तिवारी द्वारा की गई निर्माण व लेखा विभाग की शिकायत में लगाए गए आरोप भी निराधार है। दोनों विभागों की प्रक्रिया पारदर्शी व सहज है। विभागाध्यक्षों व अन्य कर्मचारियों द्वारा ठेकेदारों को परेशान नहीं किया जा रहा है। ज्ञापन देने वालों में अमित खंडेलवाल, राजीव गुप्ता, नारायन दास, आशा कुमारी, अन्नू सक्सेना, दीपक गुप्ता आदि ठेकेदार शामिल रहे।