बरेली: 10 दिनों में ही टूटने लगी नई बनी सिटी स्टेशन की रोड

बरेली, अमृत विचार। सिटी स्टेशन रोड पर करीब 10 दिन पहले बनाई गई नई रोड अभी से ही खराब होनी शुरू हो गई है। शहर के बीच से निकले पुराने दिल्ली-लखनऊ हाईवे की दुर्दुशा से इस रोड के निर्माण पर सवालिया निशान लग रहे है। रोड इतनी जल्द टूटने से यहां हादसे का खतरा एक …
बरेली, अमृत विचार। सिटी स्टेशन रोड पर करीब 10 दिन पहले बनाई गई नई रोड अभी से ही खराब होनी शुरू हो गई है। शहर के बीच से निकले पुराने दिल्ली-लखनऊ हाईवे की दुर्दुशा से इस रोड के निर्माण पर सवालिया निशान लग रहे है। रोड इतनी जल्द टूटने से यहां हादसे का खतरा एक बार फिर से पैदा होने लगा है।
यह रोड काफी समय से खराब पड़ी थी। चौपुला पुल का निर्माण होने और सिटी स्टेशन रोड मालगोदाम रोड पर ट्रंक सीवर लाइन का काम चलने की वजह से यह महत्वपूर्ण सड़क महीनों से टूटी और खुदी हुई पड़ी थी। अभी कुछ दिन पहले ही यहां जल निगम और सेतु निगम ने रोड का निर्माण कराया है। पीडब्ल्यूडी को परसाखेड़ा से रजऊपरसपुर तक सिटी स्टेशन के सामने से होते हुए करीब रोड का नवीनीकरण करना है। इसके लिए करीब 22 करोड़ के बजट के स्वीकृत होने का इंतजार किया जा रहा है, लेकिन अभी जल और सेतु निगम ने जो रोड बनवाई है, वह 10 दिन में फिर से टूटनी शुरू हो गई है। इससे काफी व्यस्त रहने वाली इस सड़क पर लोगों का चलना दूभर हो गया है। रोड के निर्माण की गुणवत्ता घटिया होने की बात भी सामने आ रही है।
पुरोन हाईवे के टूटने का लोगों ने किया विरोध
दिल्ली-लखनऊ हाईवे किला पुल स्थित सड़कों के गड्ढों को लेकर लोगों का गुस्सा अब रोड पर उतरने लगा है। बारिश में हाईवे की सड़कों के गड्ढों को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है। लोगों का कहना है कि यह सड़क अभी चंद दिनों पहले बनी थी जिसमें गहरे गड्ढे हो गए हैं। गड्ढों में पानी भरा है और वाहन चालक इसमें गिरकर चोटिल हो रहे हैं। इससे लोगों में रोष है। निर्माण में धांधलेबाजी पर लोगों ने विरोध जताया।
समाज सेवा मंच के अध्यक्ष नदीम शमसी, जनसेवा मंच के पम्मी खां वारसी ने बताया कि दिल्ली हाईवे स्थित किला पुल के पास दूल्हे मियां की मजार भी है। इस रोड से सिटी श्मशान घाट का रास्ता भी जाता है। सड़कों पर गहरे गड्ढे हो गए हैं। जिम्मेदारों को यह गड्ढे नजर नहीं आ रहे हैं। उनका का आरोप है कि यह सड़क अभी चंद महीने पहले बनी थी। लोक निर्माण विभाग की अनदेखी और लापरवाही से सड़कों के गड्ढों से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
कई बार स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत प्रशासन और लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों तक पहुंचाई है। इसके बावजूद न तो गड्ढों को मुक्त किया गया और न लापरवाह ठेकेदार, इंजीनियरों के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई। दूल्हा मियां की दरगाह से से लेकर चौपला ओवरब्रिज तक एक नई सड़क खराब सामग्री लगने की वजह से एक बारिश भी नहीं झेल पाई और सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। विरोध करने वालों में रजत अग्रवाल, दीपक, जुबैर शमसी, अतीक निजामी, काशिफ हसीब, शाहिद, मोहम्मद मोअम्मीर आजम आदि रहे।